सुभारती विश्वविद्यालय के नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने हर्षोल्लास से मनाया अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस
देहरादून। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस देश भर में हर साल 12 मई को समाज में नर्सों के योगदान के लिए मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम “A Voice to Lead, Invest in Nursing and respect rights to secure global health” है। इस वर्ष भी रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय, नारायण स्वामी कॉलेज ऑफ नर्सिंग ने अंतर्राष्ट्रीय नर्स सप्ताह बड़े उत्साह के साथ मनाया।
पूरे सप्ताह में विभिन्न प्रकार की शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियां शामिल होती है। अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के पहले दिन की शुरुआत बीएससी नर्सिंग और जीएनएम कोर्स के नए प्रवेशकों के स्वागत के लिए फ्रेशर पार्टी के साथ रंगोली और मेहंदी प्रतियोगिता हुई।
जिसके बाद 10 मई को पोस्टर मेकिंग और कृत्रिम फूल बनाने की प्रतियोगिता हुई। छात्रों ने 11 मई को अंग्रेजी और हिंदी निबंध लेखन और कविता प्रतियोगिता में भाग लिया।
12 मई को विद्यार्थियों ने जोश के साथ पवित्र दिन की याद में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसका शीर्षक “The lady with the lamp Nightingale” कई नर्सों की प्रेरणा, इस दिन कॉलेज ने सप्ताह के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सुविधा प्रदान की।
इसके अलावा वर्ष भर के शिक्षकों के विशिष्ट प्रयासों पर विचार करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें प्रेरित करने के लिए एक अभिनव पहल की गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन से किया गया, जिसका संचालन माननीय कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा, प्राचार्य नारायण स्वामी नर्सिंग कॉलेज, डॉ. जे सत्य शेनबेगा प्रिया और सुश्री नीलम शर्मा, कला सकाय ने किया।
डॉ. दीपिका मयाना और सुश्री ऋचा पुंडीर के साथ प्रेरक भावना श्रीमती गीता रावत थी, जो समारोह के सभी कार्यक्रमों में साथ खड़ी रहीं।
भारत की विविधता को ध्यान में रखते हुए पारंपरिक नृत्य के विभिन्न रूपों को प्रस्तुत किया गया। जिसमें बीएससी नर्सिंग प्रथम सेमेस्टर के छात्रों ने भाग लिया। आरती (सेमी क्लासिकल) ने प्रथम, सुश्री शिक्षा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया और बीएससी नर्सिंग तृतीय वर्ष की ग्रुप (मराठी) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया और तीसरे स्थान पर बीएससी नर्सिंग चतुर्थ वर्ष की छात्रा शालिनी नेगी (मराठी) रहीं।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अदिति (सहायक प्रो.) एनएससीओएन ने उत्साही सांस्कृतिक समिति के सदस्यों सुश्री हिमानी बोरा और श्री जगबीर रांगड़ (सहायक प्रो.) एनएससीएन की मदद से किया।
बीएससी नर्सिंग चतुर्थ वर्ष के योगदान की सभी और विविध द्वारा अत्यधिक सराहना की जाती है।