लगातार बारिश और बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम में यात्रा को प्रशासन ने रोका था लेकिन आज जैसे ही मौसम ठीक हुआ तो श्रद्धालु धाम की तरफ चल पड़े। वही गौरीकुंड के पास घोड़ा पड़ाव एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसको देख किसी की भी पैरो तले जमीन खिसक जाए क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में लोग वहां पर मौजूद रहें और ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति बन गई वही इतनी भीड़ को संभालने वाले लोग भी वहां मौजूद नहीं थे ऐसे में अगर कोई बड़ी घटना हो जाएगी तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ?
बाबा के दर्शन को अब चार जून के बाद मिलेगा स्लाट।
अन्य धामों के दर्शन के लिए यह है स्थिति
अन्य धाम के दर्शन के लिए 28 मई की तिथि दी जा रही है। श्रद्धालुओं के लिए एसडीआरएफ को यात्री पंजीकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एसडीआरएफ को यात्री पंजीकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मंगलवार को इनके तीन काउंटर में करीब 4000 श्रद्धालुओं का पंजीकरण किया गया। एसडीआरएफ के स्लाट के मुताबिक केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए चार जून के बाद की तिथि मिल रही है। अन्य धाम के दर्शन के लिए 28 मई की तिथि दी जा रही है।