पुरोला एसडीएम को विधायक के खिलाफ पुलिस से शिकायत महंगी पड़ गई है। शासन ने पुरोला एसडीएम को तत्काल प्रभाव से हटाकर उनको गढ़वाल आयुक्त पौड़ी कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। एसडीएम ने पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल के खिलाफ पुलिस से शिकायत की थी। एसडीएम ने पुलिस को दी तहरीर में विधायक से जान का खतरा बताया है।
इसके अलावा एसडीएम ने विधायक पर कई अन्य गंभीर आरोप लगाए। एसडीएम सोहन सिंह सैनी का कहना है कि 21 मई को नगर पंचायत पुरोला में अवैध अतिक्रमण हटाया गया था। इसी दिन रात को करीब 10:00 बजे विधायक ने उनको गेस्ट हाउस में मिलने के लिए बुलाया।
लेकिन, एसडीएम ने समय अधिक होने के कारण मिलने से इनकार कर दिया। एसडीएम का कहना है कि अगली सुबह विधायक से मिलने गेस्ट हाउस गए। लेकिन, विधायक ने मिलने से इंकार कर दिया और पुरोला बाजार में मिलने के लिए कहा।
इतना ही नहीं एसडीएम ने विधायक समर्थकों और विधायक पर उनके साथ बाजार में अभद्रता करने का भी आरोप लगाया है। साथ ही राजनीतिक दबाव बनाकर गलत काम कराने का भी गंभीर आरोप लगाया है।
इसके अलावा यह भी आरोप लगाया है कि विधायक उनके खिलाफ किसी महिला से सोशल मीडिया में फर्जी शिकायती पत्र डलवा रहे हैं। उनका आरोप है कि विधायक SC / ST एक्ट में फंसाने की धमकी भी दी है। साथ ही शिकायत पत्र में पूर्व में हुई घटनाओं के बारे में भी अवगत कराया है।
इस मामले में विधायक दुर्गेश्वर लाल का कहना है कि कोई भी अधिकारी जनता की सेवा के लिए तैनात किया जाता है। जनप्रतिनिधि होने के नाते अधिकारियों को बुलाना पड़ता है, लेकिन एसडीएम सोहन सिंह जनता के कामों में लापरवाही कर रहे थे। काम करने के निर्देश दिए तो उन पर गलत आरोप लगा दिए ।