देहरादून। सियासी आकाओं के हाथ खड़ा करने के बाद अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए आईएएस रामविलास (ramvilas Yadav) हाईकोर्ट गए।
आईएएस अफसर रामविलास यादव (ramvilas Yadav) को कल बुधवार को विजिलेंस अफसरों के सामने पेश होना होगा। हाईकोर्ट इस मामले में अगली सुनवाई 23 जून को करेगा।
अपनी आय से 500 गुना ज्यादा संपत्ति एकत्र करने के मामले में विजिलेंस ने अफसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इसकी जांच चल रही है। विजिलेंस के छापे में तमाम संपत्तियों का खुलासा भी हुआ है। 30 जून के रिटायर हो रहे इस अफसर पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इसे कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
इससे बचने के लिए रामविलास (ramvilas Yadav) ने नैनीताल हाईकोर्ट की शरण ली और कहा कि उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई जाए। हाईकोर्ट में न्यायमूर्ति मनोज तिवारी की बेंच में इस पर सुनवाई की। बेंच ने साफ कहा कि अफसर रामविलास कल 22 जून को अपने सभी दस्तावेजों के साथ विजिलेंस के सामने पेश हों और जांच में पूरा सहयोग करें। हाईकोर्ट ने कहा है कि वह इस मामले में 23 जून को अगली सुनवाई करेगा। यहां बता दें कि आईएएस अफसर पर आरोप है कि सियासी संरक्षण में उन्होंने उत्तर प्रदेश में तमाम गड़बड़ियां की और जमीनों को लेकर लंबा खेल किया। अहम बात यह भी है कि विजिलेंस इस वक्त केवल यूपी के घोटालों की जांच कर रही है। अगर इस अफसर के उत्तराखंड में रहते समाज कल्याण विभाग और इससे जुड़े केंद्रीय प्रजोक्ट की भी जांच हो तो पता चलेगा कि इसने उत्तराखंड में भी एक नेता के संरक्षण में क्या क्या गुल खिलाए हैं।