उत्तराखंड /dehradun -: उत्तराखंड के कुछ स्कूलों मैं धड़ल्ले से हो रही है नियमों की अवहेलना,
उत्तराखंड के कई बड़े नामचीन स्कूल इस समय विवादों मैं घिरे हुए हैं। बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष गीता खन्ना ने चार ऐसे स्कूलों को कटघरे में खड़ा किया है जिनमें अनियमितताएं पाई गई, है गीता खन्ना का कहना है कि यह वह स्कूल है जो नियमों के विरुद्ध अपने स्कूलों का संचालन कर रहे है ।
बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना के द्वारा जानकारी प्राप्त हुई, कि उन्होंने इन सारे स्कूलों की सूची और रिपोर्ट शासन प्रशासन को सौंप दी है और शासन-प्रशासन इस पर संज्ञान ले रहे हैं
1.इन चार स्कूलों की सूची में पहला नाम राजा राम मोहन रॉय पब्लिक स्कूल का आता है जिन पर आरोप है कि इस स्कूल का रजिस्ट्रेशन मान्य नहीं है गीता खन्ना बताती है कि इस स्कूल का रजिस्ट्रेशन जो कि हर 5 साल में रिन्यूअल होता है वह काफी समय से रिन्यूअल नहीं हुआ है !
2.दूसरी ओर रहमानिया पब्लिक स्कूल भगवानपुर पर आरोप है कि यह मदरसे के तोर पर चलने वाला स्कूल है वह प्राइवेट स्कूलों की तरह फीस भी चार्ज करता है! इसके साथ ही बच्चों के साथ मारपीट के आरोप भी लग रहे हैं !
3. तीसरा नाम लुसेंट पब्लिक स्कूल का आ रहा है जिसमें की 11वीं में अलग बच्चे रजिस्ट्रर होते हैं और 12वीं में अलग बच्चों की लिस्ट सामने आई है 86 बच्चों को 12वीं में परीक्षा में नही बैठन दिया गया क्योंकि बच्चों की 11वीं की रजिस्ट्रेशन लिस्ट और 12वीं की लिस्ट मिसमैच पाई गई
4 और चौथा स्कूल है डीपीएसजी स्कूल, जिस पर डॉ गीता खन्ना द्वारा आरोप लगाया गया है स्कूल में फीस स्ट्रक्चर बिल्कुल भी प्रॉपर नहीं है जिसकी शिकायत लगातार बच्चों द्वारा बाल संरक्षण आयोग को की गई जब इस पर संज्ञान लिया गया स्कूल की तरफ से कोई भी जवाब नहीं आया
तो अब यह सवाल उठता है कि कब तक स्कूलों की मनमानी चलती रहेगी और क्या प्रशासन बाल संरक्षण आयोग के पत्र के जवाब में कार्यवाही करेगा , या फिर पत्र केवल पत्र ही बनकर रह जाएगा क्या शिक्षा विभाग इस पर संज्ञान लेगा उन पर कार्यवाही होगी या फिर यह स्कूल अपनी मनमानी करते रहेंगे, जो प्रश्न प्रशासन पर बना रहेगा,
हमारा उत्तराखंड के सभी माता-पिता से अनुरोध है कि जब भी अपने बच्चों का पंजीकरण किसी भी स्कूल में करवाएं कृपया पहले स्कूल की जांच अवश्य करें नहीं तो आपके बच्चों का भविष्य स्कूलों की मनमर्जी कि बैठ चड़ जायेगा।