दरअसल यह मामला खालिस्तान की मांग से जुड़ा हुआ है।
देर रात एक फोन आता है। फोन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धमकी मिलती है। फोन पर बात करने वाला शख्स अपने आप को पन्नू बताता है जो कि एक खालिस्तानी आतंकवादी है। पन्नू ने फोन पर कहा कि अगर उत्तराखंड में उनके संगठनों के लोगों पर मुकदमे दर्ज हुए तो इसके लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे।
- न्यूयॉर्क में वकालत कर रहा है पन्नू
पन्नू अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में रहता है और वहां से वकालत कर रहा है, पन्नू को सिख फॉर जस्टिस का चेहरा माना जाता है
यह कई सारी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा पन्नू ने 2 साल पहले रेफरेंडम 2020 आयोजित करने का प्रयास किया जिसमें उसने दुनिया भर के सिखों से खालिस्तान के समर्थन में वोट देने की अपील की थी पन्नू दुनिया भर के सिख युवाओं को खालिस्तान के लिए भड़काता रहता है जिसकी वजह से 2020 में पन्नू को यूएपीए के तहत आतंकवादी घोषित कर दिया था
जब रात को यह मामला उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल इसकी जांच एसटीएफ को दे दी, एसटीएफ ने तमाम नंबरों को ट्रेस करना शुरू कर दिया है।