बड़ी खबर: हाईकोर्ट चीफ़ जस्टिस और उनकी टीम सफाई अभियान के लिए उतरी सड़कों पर..
नैनीताल: उत्तराखण्ड के नैनीताल में मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और उनकी न्यायधीषों की टीम सफाई के लिए सड़क में उतर गई। स्कूली बच्चे, बार एसोसिएशन, होटल एसोसिएशन, व्यापार मंडल, बोट यूनियन समेत समस्त सरकारी महकमे झील के चारों तरफ सफाई में जुट गई।
उच्च न्यायालय में कूड़ा निस्तारण को लेकर एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने 18 जून को प्रदेश के सभी जिला न्यायधीशों को सफाई करने के निर्देश दिए थे।
आज सवेरे उच्च न्यायालय परिसर में मुख्य न्यायाधीश ने छात्र छात्राओं और अधिवक्ताओं को स्वच्छता के प्रति शपथ दिलाई। इसी क्रम में मुख्य न्यायाधीश और अन्य न्यायधीशों की टीम ने उच्च न्यायालय में सफाई रखने की शपथ के बाद उच्च न्यायालय से मल्लीताल बाजार होते हुए मॉल रोड और ठंडी सड़क की सफाई की।
इस बीच राष्ट्रीय शहीद सैनिक स्मारक, एम.एल.साह बालिका विद्या मंदिर, एस डेल, सी आर एस टी, शिशु मंदिर, भारतीय शहीद सैनिक स्कूल समेत कुछ अन्य स्कूल के छात्र छात्राएं अभियान में शामिल हुए। इस बीच अधिवक्ताओं का एक बड़ा तबका भी सफाई में जुटा।
मुख्य न्यायाधीश ने मॉल रोड में खुद साफ किया और चोक नालियों का ड्रेनेज ठीक करने को कहा। सफाई अभियान में मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी, न्यायमूर्ति मंनोज कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति शरद शर्मा, न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी, न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा, न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल, न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित, न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा, रजिस्ट्रार अनुज कुमार संघल के साथ न्यायालय कर्मी मौजूद रहे।
हल्द्वानी की बैणी सेना और भीमताल में कूड़ा निस्तारण से संबंधित महिलाओं को सम्मानित किया गया। नैनीताल नगर पालिका में स्वच्छकों को भी मुख्य न्यायाधीश ने सम्मानित किया। चित्रकार प्रतियोगिता में अव्वल आए छात्र छात्राओं को पुरष्कृत किया।
न्यायालय के इस अभियान में महाधिवक्ता एस.एन.बाबुलकर, पूर्व महाधिवक्ता वी.बी.एस.नेगी, सी.एस.सी.चंद्रशेखर सिंह रावत, बार काउंसिल के अध्यक्ष महेंद्र पाल, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभाकर जोशी समेत कई अधिवक्ता मौजूद रहे।
स्कूली बच्चों नारे लगाए जिसमें उन्होंने “एक व्यक्ति एक पेड़ और उसकी देख रेख” “कूड़े का क्या सीन है बगल में डस्टबीन है” “एक दो एक दो कूड़े को फेंक दो”। प्रशासन ने नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया था। मुख्य न्यायाधीश ने आम जनता से इस मुहिम में जुड़ने को कहा है।