उत्तराखंड में 4 दिन भारी बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर के लिए रेड अलर्ट ,जबकि अन्य जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग निदेशक डॉ. विक्रम सिंह के अनुसार कुमाऊं के जिलों और गढ़वाल में पौड़ी और देहरादून में भारी बारिश का अलर्ट है। 14, 15, 16 और 17 जुलाई को प्रदेशभर में भारी बारिश हो सकती है। 18 जुलाई से एक सप्ताह तक बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि प्रत्येक स्तर पर तत्परता और सुरक्षा बनाए रखी जाए और आवागमन पर नियंत्रण हो। किसी भी आपदा की स्थिति में स्थलीय कार्रवाई हो और सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाए।मोटर मार्गों को तत्काल खोलने के प्रबंध कर लिए जाएं। सभी राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहें। सभी चौकी व थाने भी आपदा संबंधी उपकरणों व वायरलेस सहित हाई अलर्ट पर रहें।
निर्देश – नहीं करेंगे मोबाइल स्विच ऑफ
अधिकारियों को निर्देश दिए कि चेतावनी की अवधि में किसी भी अधिकारी व कर्मचारी के मोबाइल फोन स्विच ऑफ नहीं होंगे। विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में विशेष सावधानी बरती जाएगी।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम को देखते हुए पहाड़ों पर यात्रा न करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। इन 4 दिनों में नदियों के उफान पर आने और भूस्खलन की आशंका बनी रहेगी। विदित हो कि भारी बारिश के चलते टिहरी- घनसाली रोड पर नंद गांव के पास एक गदेरे को पार करते समय दो कांवड़ियों पर पहाड़ी से मलबा गिर गया। यह दोनों कांवड़िए मेरठ के बताए जा रहे हैं और वे गंगोत्री से केदारनाथ जा रहे थे। इस हादसे में एक युवक सकुशल बच गया, जबकि दूसरा खाई में गिर से लापता हो गया। एसडीआरएफ की टीम ने उसे बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
प्रदेश में नदियां भी अब उफान पर आ गई हैं। शासन-प्रशासन नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 7071 मसूरी के पटना के पास भूस्खलन होने से रास्ता बंद हो गया, जिसे 1 घंटे के बाद सुचारू किया जा सका। विदित हो कि आपदा परिचालन केंद्र के अलर्ट के बाद राज्य के स्कूलों में 2 दिन की छुट्टी घोषित की गई है।