बड़ी खबर: स्व मांगेराम दिव्य विभूती राष्ट्रभक्त थे, जो भारत माता की साधना में अनवरत लगे रहे : राज्यपाल
डोईवाला, (प्रियांशु सक्सेना)। राज्यपाल ले. जनरल सरदार गुरमीत सिंह ने कहा स्व. मांगेराम अग्रवाल दिव्य विभूती राष्ट्रभक्त थे, जो भारत माता की साधना में अनवरत लगे रहे और जिन सिद्धान्तों को लेकर मांगेराम जी ने अपना जीवकोपार्जन किया, उसी सिद्धान्तों को उनके बच्चें आगे बढ़ा रहे है।
यह बात राज्यपाल ले. जनरल सरदार गुरमीत सिंह ने डोईवाला में स्व. हरज्ञान चंद अग्रवाल सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कही। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि स्व. मांगेराम समरस्ता के प्रत्यक्ष ऐसे उदाहरण हैं जो कहते थे इस धरा पर कोई ऊंच- नहीं सब इंसान बराबर हैं जाति के आधार पर कोई भेद-भाव या छुआछूत नहीं होनी चाहिए।
प्रसिद्ध समाज सेवी स्व. मांगेराम की 20वीं पुण्यतिथि पर रविवार को आयोजित कार्यक्रम के उपरांत उनको स्मरण कर उनकी याद में पौधरोपण भी किया। आचार्य महामंडलेश्वर निरंजनी अखाड़ा पूज्य कैलाशानंद गिरि महाराज ने अधिक से अधिक पौधारोपण करने का आवाहन किया।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया की वर्ष 1989 में संघ योजना के अंतर्गत अनेक सेवा कार्यो को प्रारंभ करने की योजना बनी। डोईवाला में भी ऐसी बस्ती बने जो भूमिहीन हों, वंचित समाज से हों आर्थिक स्तिथि दयनीय हों उनको इस बस्ती में बसाया जाए। स्व मांगेराम के अथक प्रयास से केशव बस्ती बसाई गई।
इस मौके पर एम्स निदेशक प्रो. मीनू सिंह, विधायक बृजभूषण गैरोला, आचार्य धर्मेंद्र शास्त्री, धर्मों देवी, तारा चंद, ईश्वर चंद अग्रवाल, अभिषेक, पीयूष, अर्श, गगन नारंग, महेश चंद गुप्ता, रविन्द्र राणा, सुमित पंवार, मनवीर कण्डारी, सोनी रावत, मानवेन्द्र कंडारी, कविता शाह आदि उपस्थित थे।
विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा के लिए किया सम्मानित
बेजुबान जानवरों का उपचार करने पर अनुज धस्माना, स्वरोजगार कर कई महिलाओं को रोजगार देने के लिए ईशा चौहान, गिनीज बुक में कम उम्र में चित्रकार के रूप में नाम कमाने पर राजेश चंद्रा, निशुल्क भोजन प्रदान करने पर संस्था जानकी रसोई, रिक्शा चलाकर परिवार का पालन पोषण करने पर दिव्यांग कौशल्या, प्रत्येक वर्ष निर्धन कन्याओं का निशुल्क विवाह कराने पर अखिलेश अग्रवाल, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में अच्छे अंक लाने पर तान्या कश्यप, तनुजा, अदिति मित्तल, भगत सिंह वर्मा हरिहर लोहानी, आयुष रावत, 128 बार रक्त देने के लिए योगेश अग्रवाल को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।