खनन से उपजा अपराध। पार्षद ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर लगाया जान से मारने की धमकी का आरोप
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। कोटद्वार की खोह और सुखरो नदी में रिवर ट्रेनिंग के नाम पर हो रहे गैर नियमानुसार खनन से कोटद्वार में अपराध को बढ़ावा मिल रहा है। सुखरो नदी में गैर नियमानुसार हो रहे खनन की लाइव वीडियो कवरेज करने पर खनन कारियों पर नगर निगम के पार्षद सूरज प्रसाद कांति ने खोह नदी में हो रहे गैर नियमानुसार खनन की लाइव वीडियो कवरेज करने पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुरेश असवाल पर जान से मारकर उसी नदी में गाड़ देने की धमकी देने का आरोप लगाया है। आरोप-प्रत्यारोप कितने सही और गलत है यह तो जांच के बाद ही पता चल पायेगा।
लेकिन कोटद्वार में इसको लेकर कोई बड़ा अपराध होने का अंदेशा बन गया है। इस खनन को लेकर बढ़ रहे अपराध से अब तो पुलिस भी सवालों के घेरे में आ रही है। नगर निगम के वार्ड नंबर छ: के पार्षद सूरज प्रसाद कांति ने उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि, खोह नदी में पट्टा धारकों द्वारा नियमों के विपरीत खनन किया जा रहा है। रिवर चैनलाइजेशन में स्पष्ट है कि, नदी के प्रवाह क्षेत्र की दोनों किनारो से 25-25 प्रतिशत छोड़कर बाकी बचे मध्य में पचास प्रतिशत भाग पर तीन मीटर गहराई तक ही खनन किया जा सकता है, लेकिन खोह नदी के तटबंधों को खोदकर नदी को चौड़ा किया जा रहा है, नदी को 8 से 10 मीटर गहरा खोदा जा रहा है।
वहीं कई स्थानों पर बीस मीटर तक खोद दिया गया है। उन्होंने कहा कि, इसकी शिकायत पूर्व में भी प्रशासन से की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गत दिवस बुधवार को सांय को जनता के बुलाने पर खोह नदी में चल रहे खनन को देखने पहुंचे तो वहां नियमों के विपरीत खनन हो रहा था। सूरज प्रसाद कांति ने कहा कि, उन्होंने फेसबुक के माध्यम से लाइव रहते हुए जनता को खोह नदी में हो रहे गैर नियमानुसार खनन को दिखाया। यह देखकर पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुरेश असवाल भड़क गये। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने अभ्रद भाषा का प्रयोग कर गाली-गलौज की और जान से मारकर खोह नदी में गाड़ देने की धमकी दी। यह घटना उस समय हुई जब तहसील के अधिकारी खोह नदी में जांच कर रहे थे। पार्षद ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
नियम विरूद्ध खनन पर रोक लगाने की मांग
पार्षद सूरज प्रसाद कांति ने उपजिलाधिकारी से खोह नदी में रिवर चैनलाइजेशन के नाम पर हो रहे नियम विरूद्ध खनन पर शीघ्र रोक लगाने, खोह नदी का स्थलीय निरीक्षण करने, खनन पट्टा नियमावली के अलावा अतिरिक्त खुदान की पुष्टि होने पर अर्थदंड लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि, सम्पूर्ण विश्व कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। ऐसी स्थिति में प्रशासन खोह नदी में हो रहे नियम विरूद्ध खनन पर कार्रवाई न कर लोगों को आंदोलन के लिए मजबूर कर रहा है। उन्होंने जल्द ही उक्त मांगों पर कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। पार्षद ने कहा कि, पूर्व में भी खोह नदी में नियम विरूद्ध खनन के खिलाफ आवाज उठाने पर उनके खिलाफ फर्जी मुकदमें दर्ज किये गये थे एवं उनके साथ मारपीट की गई थी। जिस कारण उन्हें जानमाल का खतरा बना हुआ है।