पदमपुर सुखरो निवासी राकेश नेगी, जो कुर्मांचल बैंक में कलेक्शन का कार्य करते हैं, अपने मकान में मरम्मत करवा रहे थे। इस कार्य के लिए कोटद्वार के शिब्बूनगर निवासी ठेकेदार नंदकिशोर नौडियाल (54) और तीन अन्य श्रमिक—सदानंद (19), रामचंद्र (53), और मिस्त्री रामशरण (45)—कार्य में जुटे थे।
दीवार से खिड़की निकालने के दौरान अचानक छत से भारी मलबा गिर पड़ा। इस मलबे में ठेकेदार नंदकिशोर, श्रमिक सदानंद और रामचंद्र दब गए। उस समय मिस्त्री रामशरण पास ही चिनाई कर रहा था। चीख-पुकार सुनते ही रामशरण ने भागकर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला।
घायलों को तुरंत बेस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने इलाज शुरू किया। इलाज के दौरान ठेकेदार नंदकिशोर ने दम तोड़ दिया, जबकि दोनों श्रमिकों को प्राथमिक उपचार दिया गया। उनके सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें आई थीं।
अस्पताल में डॉक्टर जेसी ध्यानी, डॉ. अभिषेक जैन, डॉ. वीसी काला समेत अन्य मेडिकल स्टाफ मौजूद रहा। मौके पर पहुंची पुलिस टीम, जिसमें एसआई पंकज तिवारी शामिल थे, ने घटना की जानकारी ली और बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मकान मालिक राकेश ने बताया कि हादसे के वक्त वे एक विवाह समारोह के लिए निकले थे, लेकिन सूचना मिलते ही लौट आए। घायल श्रमिकों ने बताया कि खिड़की को रस्सी से खींचना था, लेकिन ठेकेदार ने बिना रस्सी के ही खिड़की को हिलाया, जिससे अचानक भारी मलबा गिर पड़ा और हादसा हो गया।