पूजा मंडल मूल रूप से बंगाली कॉलोनी, नानकमत्ता की रहने वाली थीं। वर्ष 2019 में उनका तलाक हो गया था, और उनके दो बच्चे अब भी अपने पिता के साथ शक्तिफार्म में रहते हैं। तलाक के बाद पूजा ने गुरुग्राम में एक स्पा सेंटर में काम करना शुरू किया, जहाँ उनकी मुलाकात टैक्सी चालक मुश्ताक से हुई, जो सितारगंज का निवासी है। समान क्षेत्र से होने के चलते दोनों में नजदीकियां बढ़ीं और वे लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने लगे। वर्ष 2022 में दोनों ने विवाह भी कर लिया।
हालांकि, कुछ समय बाद पूजा को यह पता चला कि मुश्ताक ने किच्छा में किसी और से गुपचुप दूसरी शादी भी कर ली है। नवंबर 2024 में पूजा ने पुलिस में तहरीर देकर आरोप लगाया कि मुश्ताक ने खुद को “सुनील यादव” बताकर उनसे शादी की और बाद में जबरन धर्मांतरण भी करवाया। पूजा की शिकायत पर पुलिस ने दोनों की काउंसलिंग करवाई, लेकिन कुछ ही दिनों बाद पूजा अचानक गायब हो गईं।
उनकी बहन ने दिसंबर 2024 में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और मुश्ताक पर शक जताया था। हरियाणा पुलिस ने हाल ही में मुश्ताक को हिरासत में लेकर जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली। बुधवार को खटीमा पुलिस की मदद से पूजा का धड़ नहर से बरामद किया गया, हालांकि सिर अब तक नहीं मिल पाया है।
यह मामला समाज में रिश्तों की सच्चाई और धोखे की भयावह परिणति को उजागर करता है। पुलिस मामले की जांच में आगे जुटी हुई है।