श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी का यमकेश्वर क्षेत्र में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढोल-दमाऊं की गूंज के साथ स्थानीय नागरिकों ने उनका नागरिक अभिनंदन किया।
कश्यप ऋषि की तपस्थली थलनदी में रामकथा में हुए शामिल
थलनदी में चल रही रामकथा के दौरान उन्होंने व्यासपीठ पर विराजमान कथाव्यास सर्वानंद शास्त्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। धार्मिक आस्था से ओतप्रोत इस कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति ने क्षेत्रवासियों को गौरवान्वित किया।
पैतृक गांव खोबरा में की कुलदेवता की पूजा
इसके बाद द्विवेदी अपने पैतृक गांव खोबरा पहुंचे, जहां उन्होंने कैतुर देवता मंदिर में कुलदेवता की पूजा-अर्चना की। इस धार्मिक आयोजन में स्थानीय ग्रामीणों ने भी भाग लिया।
पहुंचे योगी आदित्यनाथ के गांव पंचूर
बीकेटीसी अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पैतृक गांव पंचूर का भी भ्रमण किया। वहां उन्होंने योगी जी की वयोवृद्ध माता से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना तथा उनके छोटे भाई महेंद्र बिष्ट से भी सौहार्दपूर्वक भेंट की।
महाबगढ़ शिव मंदिर में की पूजा-अर्चना
खोबरा से पहले श्री द्विवेदी ने महाबगढ़ शिव मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की। इस धार्मिक यात्रा का उद्देश्य न केवल धार्मिक स्थलों का दर्शन करना था, बल्कि स्थानीय संस्कृति और परंपराओं से जुड़ाव भी था।
बदरीनाथ धाम के लिए हुए रवाना
इन धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों के पश्चात श्री हेमंत द्विवेदी बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हो गए। यह यात्रा आध्यात्मिकता और क्षेत्रीय जुड़ाव का अद्भुत उदाहरण बनी।
स्वागत में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता रहे मौजूद
इस दौरान कार्यक्रम में कई वरिष्ठ कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख रूप से कोटद्वार जिलाध्यक्ष राजगौरव नौटियाल, प्रशांत बडोनी, देवी प्रसाद बडोनी, विकास मित्तल, विजयानंद पोखरियाल, यमकेश्वर मंडल अध्यक्ष अनिल रावत, विजय लखेड़ा, प्रधान हनुमान सिंह रावत, सुरेन्द्र सिंह आर्य, ओपी द्विवेदी, कैलाश रावत, हरीश द्विवेदी, महेंद्र द्विवेदी, नरेश द्विवेदी, श्रेयांस द्विवेदी, चंडीप्रसाद कुकरेती, देवेन्द्र सिंह समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
