देहरादून। पिस्टल लाइसेंस को निजी हथियार नहीं, बल्कि जिम्मेदारी समझा जाना चाहिए – यही सख्त संदेश दिया है देहरादून जिला प्रशासन ने। आईटीबीपी उत्तरकाशी में तैनात एक इंस्पेक्टर को अपनी ही पत्नी और बेटे पर बात-बात में पिस्टल तानना महंगा पड़ गया। डीएम सविन बंसल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए न सिर्फ तत्काल उसका शस्त्र लाइसेंस निरस्त किया, बल्कि एसएसपी देहरादून को मुकदमा दर्ज करने और शस्त्र थाने में जमा करवाने के निर्देश भी दिए।