CBSE के पाठ्यक्रम समिति और शासी निकाय के प्रस्ताव के मुताबिक, हर सत्र में तीन प्रमुख विषयों — भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान — के लिखित पेपर में छात्र किताब लेकर परीक्षा दे सकेंगे। जून 2025 में हुई शासी निकाय की बैठक में इस योजना को मंज़ूरी दी गई थी।
यह फैसला एक पायलट स्टडी के आधार पर लिया गया है, जिसमें अतिरिक्त पठन सामग्री शामिल किए बिना केवल पाठ्यक्रम से संबंधित विषयों का परीक्षण किया गया था। इस अध्ययन में छात्रों ने 12% से 47% तक अंक हासिल किए। परिणामों से पता चला कि ओपन बुक पद्धति संसाधनों के प्रभावी उपयोग में मददगार हो सकती है, हालांकि अंत:विषय अवधारणाओं को समझने में कुछ चुनौतियां भी सामने आईं।
CBSE ने बताया कि योजना की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सैंपल पेपर तैयार किए जाएंगे और छात्रों को संदर्भ सामग्री को समझने के लिए विशेष मार्गदर्शन भी दिया जाएगा।