शिक्षक नेताओं ने लगाया वादा खिलाफी का आरोप
धरने का नेतृत्व कर रहे शिक्षक नेता अजय राजपूत ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों की पदोन्नति को लेकर टालमटोल कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकार ने सौ दिनों में शिक्षकों की जायज मांगें पूरी करने का वादा किया था, लेकिन अब पूरे तीन साल बीत चुके हैं और पदोन्नति का मामला अब भी लंबित है।
तीस साल तक एक ही पद पर सेवानिवृत्ति
शिक्षकों ने आरोप लगाया कि प्रमोशन न होने के कारण कई शिक्षक पच्चीस से तीस साल तक एक ही पद पर कार्य करते हुए सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इससे शिक्षकों में गहरा आक्रोश है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, आंदोलन वापस नहीं लिया जाएगा और यह चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा।
धरने में बड़ी संख्या में शिक्षक रहे शामिल
विद्यालय के मुख्य भवन के सामने दरी बिछाकर शिक्षकों ने धरना दिया। इस अवसर पर शिक्षक नेता अजय राजपूत, बी.एस. नेगी, श्रीमती नीति रावत, मोहन प्रसाद वशिष्ठ, श्रीमती प्रकाशी गुलेरिया, शिवलाल रडवाल, श्रीमती योगिता राणा, धर प्रसाद गिरी, गोपाल सिंह रावत, श्रीमती बबीता पंथरी, मनोज रतूड़ी, श्रीमती संतोष भंडारी, सरदार जरनैल सिंह और विनोद मल्ल मौजूद रहे।