क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अनुराग नेगी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान स्टोन क्रशर संचालकों द्वारा पर्यावरण सुरक्षा के मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था। कई जगहों पर ग्रीन बेल्ट का अभाव, धूल रोकने के स्प्रिंकलर नहीं, और चारदिवारी कवरिंग अधूरी पाई गई।
किन जिलों में हुई कार्रवाई
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चंपावत : 2 स्टोन क्रशर
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नैनीताल : 6 स्टोन क्रशर
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पिथौरागढ़ : 7 स्टोन क्रशर
इसके अलावा, रामनगर क्षेत्र के 4 रिजॉर्ट और होटलों पर भी कार्रवाई की गई, जहां सीवरेज सिस्टम मानक के अनुरूप नहीं पाया गया।
क्या मिले खामियां
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स्टोन क्रशरों से धूल वायु प्रदूषण फैला रही थी।
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ग्रीन बेल्ट का विकास नहीं किया गया था।
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सीवरेज और गंदे पानी की निकासी की उचित व्यवस्था नहीं थी।
चेतावनी और अगला कदम
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी संचालकों को निर्देश दिया है कि वे जल्द से जल्द पर्यावरण संरक्षण के सभी मानकों को पूरा करें। यदि तय समय में खामियां दूर नहीं की गईं, तो संबंधित संस्थानों को बंद करने की कार्रवाई भी की जाएगी।
अनुराग नेगी ने कहा कि “विभाग किसी भी कीमत पर जल और वायु प्रदूषण बर्दाश्त नहीं करेगा। जांच का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और नियम तोड़ने वाले अन्य संस्थानों पर भी कार्रवाई की जाएगी।”