51 हजार की एफडी के लिए चाहिए 12वीं पास प्रमाण पत्र
योजना का लाभ उठाने के लिए छात्राओं को विद्यालय से प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य है, जिसे केवल प्रधानाचार्य ही जारी कर सकते हैं। लेकिन फिलहाल जिले के 121 इंटर कॉलेजों में कोई स्थायी प्रधानाचार्य नहीं है। प्रभारी प्रधानाचार्य बीते एक माह से पदोन्नति और भर्ती नियमावली को लेकर विरोध में सिर्फ पढ़ाई का काम कर रहे हैं और अन्य दफ्तर संबंधी कार्य पूरी तरह ठप कर चुके हैं।
3 हजार से अधिक छात्राएं प्रभावित
इस स्थिति का असर सीधे-सीधे तीन हजार से अधिक छात्राओं पर पड़ा है। अभिभावकों का कहना है कि यदि समय पर प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं हुआ तो बेटियां नवंबर तक आवेदन नहीं कर पाएंगी और योजना के लाभ से वंचित रह जाएंगी।
डीडीहाट निवासी गोविंदी देवी ने बताया,
“मेरी बेटी नंदा गौरा योजना के लिए आवेदन करना चाहती है, लेकिन स्कूल से प्रमाण पत्र न मिलने के कारण प्रक्रिया अधूरी है। अगर समय पर दस्तावेज नहीं मिले तो वह लाभ से वंचित रह जाएगी।”
अभिभावक परेशान, आवेदन की डेडलाइन नजदीक
नंदा गौरा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और नवंबर तक का समय दिया गया है। कई छात्राओं ने अन्य दस्तावेज तैयार कर लिए हैं, लेकिन अब भी प्रमाण पत्र का इंतजार करना पड़ रहा है।
शिक्षा विभाग ने कहा— वैकल्पिक व्यवस्था करेंगे
पिथौरागढ़ के जिला शिक्षा अधिकारी तरुण पंत ने भरोसा दिलाया कि कोई भी पात्र छात्रा योजना से वंचित नहीं रहेगी।
“नंदा गौरा योजना के लिए प्रमाण पत्र बनाने की वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। हर पात्र छात्रा को योजना का लाभ सुनिश्चित होगा।”