बेरोजगारों का गुस्सा, सरकार और आयोग पर निशाना
पेपर लीक मामले के खुलासे के बाद बेरोजगार युवा सड़कों पर उतर आए हैं। विभिन्न संगठनों ने सरकार और आयोग दोनों पर निशाना साधते हुए सख्त कार्रवाई की मांग शुरू कर दी है। लगातार हो रहे पेपर लीक से युवाओं में नाराजगी गहराती जा रही है।
आयोग की जांच में खुला राज
UKSSSC के सचिव एस.के. बर्नवाल के मुताबिक, आयोग की आंतरिक जांच में पाया गया कि आरोपी खालिद ने चार अलग-अलग पहचान का इस्तेमाल कर परीक्षा फार्म भरे। उसकी मंशा थी कि जिस केंद्र पर नकल की “सेटिंग” होगी, वहीं वह परीक्षा दे सके। यह रणनीति पेपर लीक गिरोह की गहरी साजिश की ओर इशारा करती है।
STF ने खालिद की बहन को किया गिरफ्तार
मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जया बलूनी को सौंपी गई है। STF टीम ने हरिद्वार जनपद के लक्सर क्षेत्र के सुल्तानपुर से आरोपी खालिद की बहन साबिया को गिरफ्तार किया है। वहीं उसकी दूसरी बहन हिना से पूछताछ की गई। हिना ने पुलिस को बताया कि खालिद ने खुद परिवार के सामने कहा था कि उसने कई फॉर्म नकल की सेटिंग के हिसाब से भर रखे हैं।
पुलिस की तलाश जारी
फिलहाल STF आरोपी खालिद की तलाश में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद इस पूरे पेपर लीक नेटवर्क की जड़ें और गहरी खुल सकती हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले से जुड़े कई और चेहरे सामने आएंगे।