रवि गुप्ता
मंडल ब्यूरो चीफ (बरेली)
पीलीभीत।जिला न्यायालय परिसर के बाहर सटे हुए कचहरी परिसर में दो पक्षों में विवाद हो गया, दोनों पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया कि अधिवक्ता को धारदार हथियार से घायल कर दिया।अधिवक्ता पर हमला हो जाने की घटना के सम्बन्ध में 02 आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेकर विधिक कार्यवाही की गई।

जिला न्यायालय परिसर में मंगलवार को सनसनीखेज वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए, जब अधिवक्ता ओमपाल वर्मा पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया गया। हमले में गंभीर रूप से घायल अधिवक्ता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि हमलावर मौके से फरार हो गए।
जानकारी के अनुसार, बरखंडी गांव निवासी अधिवक्ता ओमपाल वर्मा एक पुराने हत्या के मुकदमे की तारीख लेने न्यायालय पहुंचे थे। तभी मुकदमे के वादी पक्ष से जुड़े बृजनंदन और सुरेंद्र ने अचानक उन पर हमला कर दिया। दोनों ने बिना किसी कहासुनी के वकील पर धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वार कर दिए। हमले में अधिवक्ता के सिर और हाथ पर गंभीर चोटें आईं।
जानकारी के मुताबिक, वारदात के बाद आरोपी मौके से भाग निकले। घायल अधिवक्ता को साथी वकीलों ने तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
सूचना मिलने पर शहर कोतवाली पुलिस और अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि ओमपाल वर्मा पर भी पूर्व में हत्या का मुकदमा दर्ज है और हमलावर उसी मुकदमे के वादी पक्ष से जुड़े थे। इस घटना के बाद न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं में गहरा आक्रोश है। अधिवक्ताओं ने हमले की तीखी निंदा करते हुए कहा कि न्यायालय जैसी संवेदनशील जगह पर इस तरह की वारदात अस्वीकार्य है। अधिवक्ताओं ने मांग की कि उन्हें कचहरी परिसर में सुरक्षा के इंतजामों को मजबूत करने के साथ-साथ परिसर में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। शहर कोतवाल सत्येंद्र कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।












