उत्तरकाशी : उत्तरकाशी में साइबर ठगों ने ‘अपनी रचनात्मक प्रतिभा’ का ऐसा प्रदर्शन किया कि सीधे जिलाधिकारी प्रशांत आर्य का ही फर्जी फेसबुक अकाउंट बना डाला। लगता है असली पहचान से ठगी अब बोरिंग हो गई, इसलिए ठगों ने फैसला किया—
“DM बनो, ठगी में मज़ा आए!”
फर्जी प्रोफाइल से महाशय इतनी शिद्दत से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहे हैं कि मानो सोशल मीडिया पर दोस्ती निभाने का कोई सरकारी अभियान चल रहा हो। और फिर आते हैं मैसेज—

“भाई थोड़ा पैसा भेज देना…”
बड़े प्यार से मांग रहे हैं, जैसे डीएम साहब का खाता यूपीआई पर चल रहा हो!
जिलाधिकारी कार्यालय ने स्पष्ट कर दिया है कि असली डीएम कभी सोशल मीडिया पर चंदा नहीं मांगते।
मामले पर प्रशासन ने साइबर ठगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज हुआ है और साइबर टीम जांच में जुट गई है।
प्रशासन की जनता से अपील भी कम मज़ेदार नहीं—
“दोस्तों, ठगी वाले DM को DM मत करना।”
कहा गया है कि किसी संदिग्ध मैसेज, फ्रेंड रिक्वेस्ट पर विश्वास न करें और तुरंत पुलिस व जिला कार्यालय को जानकारी दें।









