राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी एक आई-20 कार में हुए भीषण विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 19 घायल हैं। घायलों को लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक घायल को कश्मीरी गेट ट्रॉमा सेंटर में उपचार मिल रहा है। घटना में आसपास से गुजर रही छह गाड़ियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं, वहीं 20 से अधिक अन्य वाहन वैनलाइज्ड हुए।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विस्फोट के समय कार में सिर्फ एक व्यक्ति था, जिसकी पहचान डॉ. उमर उ नबी के तौर पर की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक वह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के कोइल क्षेत्र का रहने वाला था। पुलिस का मानना है कि उसने कथित तौर पर सुसाइड बम के रूप में धमाका अंजाम दिया।

सूत्रों के अनुसार, उमर उ नबी (जन्म–24 फरवरी 1989) पहले अल-फलाह मेडिकल कॉलेज, फरीदाबाद में कार्यरत था। बताया गया है कि वह श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज से एमडी (मेडिसिन) कर चुका था और जीएमसी अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट के तौर पर सेवाएं देने के बाद दिल्ली आ गया था।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि उमर ने दिल्ली में इस्तेमाल की गई HR26CE7674 नंबर की आई-20 कार लगभग 10 दिन पहले फरीदाबाद के एक व्यक्ति से खरीदी थी। वाहन दो बार पहले भी बेचा जा चुका था। अधिकारियों का मानना है कि मामले में फरीदाबाद और पुलवामा कनेक्शन की कड़ी मजबूत होती दिख रही है।
जांच में यह भी सामने आया है कि उमर कथित तौर पर डॉक्टर आदिल नामक व्यक्ति का करीबी था। दोनों एक एन्क्रिप्टेड टेलीग्राम चैनल से जुड़े कट्टरपंथी समूह से जुड़े होने की आशंका है। वरिष्ठ अधिकारी इस एंगल को भी खंगाल रहे हैं।
घटना के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, एनएसजी और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य संग्रह किए। पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने मौके का दौरा कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को स्थिति की जानकारी दी। इसके बाद अमित शाह ने लोकनायक अस्पताल में घायलों से मुलाकात कर उपचार व्यवस्था का जायजा लिया और फिर घटनास्थल का निरीक्षण किया।
फिलहाल दिल्ली पुलिस सभी संभावित मॉड्यूल, वित्तीय लेनदेन और डिजिटल कनेक्शन की जांच कर रही है।











