सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला का अनुबंध निरस्त कराने की मांग को लेकर आज उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं का सब्र जवाब दे गया।
बड़ी संख्या में यूकेडी कार्यकर्ता आज डोईवाला अस्पताल परिसर में एकत्रित हुए और जनसभा के बाद रैली निकालते हुए डोईवाला चौक तक पहुंचे और नारेबाजी करते हुए वहाँ पर जाम लगा दिया।
पुलिस बल प्रयोग करके बमुश्किल आंदोलनकारियों को वहां से उठा सकी। उत्तराखंड क्रांति दल की महिलाएं अनुबंध निरस्त कराने तक सड़क जाम करने की मांग पर अड़ी रही। बाद में काफी समझाने बुझाने के बाद जाम खुलवाया गया।
इधर उत्तराखंड आंदोलनकारी सुमन बडोनी का आमरण अनशन पांचवें दिन भी जारी रहा आज आंदोलन का 37 वां दिन था। सुमन बडोनी के स्वास्थ्य की लगातार जांच की जा रही हैं और उनके स्वास्थ्य में दिन-प्रतिदिन गिरावट दर्ज की जा रही है।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि अनुबंध को निरस्त कराने की समय सीमा का अंतिम दिन होने के बावजूद सरकार द्वारा अनुबंध निरस्त नहीं कराया गया। इसको लेकर आंदोलनकारी काफी आक्रोशित हैं।
उन्होंने आंदोलनकारियों से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि अल्टीमेटम की समय सीमा जीतने के बाद यदि कोई आंदोलनकारी किसी तरह का अतिवादी कदम उठाता है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
आज की विशाल जनसभा में माइनॉरिटी बोर्ड ऑफ उत्तराखंड के साथ ही किसान सभा, किसान मोर्चा और समाजवादी पार्टी और महिला उत्थान समिति के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी पहुंचे हुए थे। माजरी ग्रांट के क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेश कुमार भी आंदोलन को अपना समर्थन देने के लिए आए।
जनसभा को समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता फुरकान अहमद कुरेशी, सलीम अंसारी, पादरी टॉमस मेसी, उत्तराखंड महासभा के अध्यक्ष डाक्टर बलजीत सिंह सोढ़ी, पूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारी महादेव नौटियाल, किसान सभा के मोहम्मद अकरम, इकराम अली, उत्तराखंड आंदोलनकारी गिरधारी लाल नैथानी, केंद्रीय सचिव केंद्रपाल सिंह तोपवाल, उत्तराखंड क्रांति दल जिला महिला मोर्चा के अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल, नगर अध्यक्ष बीना नेगी, युवा मोर्चा अध्यक्ष सीमा रावत आदि ने भी संबोधित किया।
रैली में उत्तराखंड क्रांति दल के जिला अध्यक्ष संजय चौहान, जिला उपाध्यक्ष धर्मवीर सिंह गुसाईं, अवतार सिंह बिष्ट, प्रशांत भट्ट, दिनेश प्रसाद सेमवाल, ज्योत सिंह गुसाईं, दीपक बहुगुणा, भावना मैठाणी, सीमा धामी, आशा पुंडीर, लक्ष्मी देवी नेगी, राजेंद्र गुसाई, प्रवीण उनियाल, योगी पंवार, सहित यूकेडी और विभिन्न जन संगठनों की ओर से सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।