पौड़ी गढ़वाल। मामला चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र के कांडाखाल कौड़िया का है, जहाँ पर जनता द्वारा उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से ही सरकार से सड़क बनवाने की मांग की जाती आ रही है और सरकार भी हर बार वन सर्वे करवाती है, आखिर सड़क कब कटेगी पता नहीं!
सबसे बड़ी बात ये है कि, इस क्षेत्र से 2017 में हुए चुनावो में सबसे ज्यादा भाजपा वोट मिले थे, लगभग 90 प्रतिशत वोट भाजपा को गए थे, जिसका ऐसा इनाम क्षेत्र को मिला।
पहला झटका: सतपाल महाराज ने सड़क के लिए लगभग 2018 में हाँ कर दी थी, पीडब्ल्यूडी ने भी दो बार सर्वे किया, महाराज की उपलब्धि पुस्तिका के पेज नम्बर 8 के 17 नम्बर कॉलम में भी 36 लाख छप गए हैं, पर धरातल पर अब तक कुटली की कच्चाक भी नही लगी।
अब जब चुनाव नजदीक है और कह रहे हैं कि, ढाई लाख दे रहे हैं, इससे सड़क कटवा लो तो पते की बात ये है कि, उपरोक्त 36 लाख का क्या हुआ? आखिर कहाँ गए 36 लाख?
तो इस संबंध में हमारे द्वारा माननीय मंत्री जी के जनसंपर्क अधिकारी राय सिंह नेगी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि, सड़क का पहला चरण पूरा हो चुका है, जिसमे वन विभाग, राजस्व विभाग आदि से परमिशन, जनता से परमिशन होती है, वो हो गई है। अब आगे कार्य किया जाएगा।
दूसरा झटका: इसी पुस्तिका में मंदिर सौंदर्यकरण के 5 लाख भी छपे है, वो भी गायब! उसके बारे में कह रहे है कि, गलती से छप गया है, ये 5 लाख भी गायब।
गौरतलब है कि, मंत्री जी ने कांडाखाल की जनता को दो झटके दे दिए हैं, जनता इन झटकों को बर्दाश्त कर रही है और इन झटकों का असर भाजपा को 2022 में लगेगा।
इस सबन्ध में हमारे द्वारा सहायक अभियंता राहुल गुप्ता से जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि, विभाग द्वारा शासन को उक्त मार्ग के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, जो अभी तक पास नही हुआ है।
इसके बाद हमारे द्वारा पीडब्ल्यूडी के टैक्निकल विभाग के अधिकारी हरि विलास गुसाई से पूछा गया तो उनका कहना था कि, उनके पास यदि स्वकीर्ति आई होती तो वे अब तक सड़क बना चुके होते, कोई भी वित्तीय स्वीकृति इस मार्ग के लिए नही आई है।
इस मामले में आम आदमी पार्टी के चौबट्टाखाल प्रत्याशी दिग्मोहन नेगी का कहना है कि, महाराज की पूरी उपलब्धि पुस्तिका फ्रॉड साबित हो रही है। कांडाखाल का मंदिर सौन्दर्यकरण व सड़क मार्ग दोनों लापता हैं और जनता 2022 में महाराज को ही लापता कर देगी।