उत्तराखंड 2022 विधानसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को एक बार फिर से पूर्ण बहुमत के साथ मौका दिया है।
लेकिन जनता ने वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह के चेहरे को नकार दिया है।
लेकिन सूत्र बताते है, कि वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनता की पसंद ना होने के बावजूद भी भाजपा आलाकमान पुष्कर सिंह धामी को ही मुख्यमंत्री बने रहने के पक्ष में बताए जा रहे है।
राष्ट्रीय नेताओं को लगता है कि भले ही मुख्यमंत्री चुनाव हार गए हों लेकिन चुनाव उनके चेहरे पर लड़ा गया और पार्टी को 47 सीटों पर जीत हासिल हुई है। मोदी लहर के बावजूद कम समय में मुख्यमंत्री धामी ने पार्टी का बेहतर नेतृत्व किया है।
दो मुख्यमंत्री बदले जाने की वजह से बैकफुट पर आई भाजपा को धामी ही फ्रंट फुट पर ले कर आए हैं और अपने नेतृत्व में कई सारे अच्छे कार्य किए हैं जिसके चलते चंपावत विधानसभा से आए कैलाश चंद्र गहतोड़ी ने सीएम धामी के लिए सीट छोड़ने की पेशकश की है।
साथ ही अंदर खाने से यह खबर भी आई है कि सीएम धामी के लिए कई विधायक अपनी सीट को छोड़ने के लिए तैयार हैं जबकि डोईवाला से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अगर मुख्यमंत्री पद के दावेदार होते हैं तो जनता की पसंद बने ब्रिज भूषण गैरोला भी अपनी सीट को छोड़ने के लिए तैयार है।
अब आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर सियासी हलचल दोबारा से तेज होने वाली है ।
2017 में पीएम पद के दावेदार रहे सतपाल महाराज इसके अलावा केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत भी सीएम बनने की दौड़ में है।
अब देखना यह होगा कि आखिर इस दौड़ में मुख्यमंत्री का चेहरा किसे चुना जाता है।