दुखद: पंचतत्व में विलीन हुआ टिहरी के वीर सपूत का पार्थिव शरीर
उत्तराखंड वीरों की भूमि है। यहां के सपूत शहादत के लिए हर पल जान हथेली पर रख देशसेवा कर रहें है। शहीद हो रहे है। इसी कड़ी में टिहरी का सपूत देशसेवा करते हुए शहीद हो गया। जवान की शहादत से जहां शोक की लहर थी। तिरंगे में सपूत को देख परिजनों पर दुःखों का पहाड़ टूट गया।
जवान की अंतिम यात्रा में जन सैलाब उमड़ गया। दैवप्रयाग में उस वक्त हर आंख नम थी। जब जवान राजेंद्र सिंह पंचत्तव में वीलिन हो रहे थे। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर ज़िले में नक्सलियों के हमले में राजेंद्र शहीद हो गए थे। जवान की शहादत से एक बार फिर पहाड़ का गला एक बार फिर रुंध गया। सीएम धामी ने भी शोक व्यक्त कर श्रद्धांजलि दी है।
बता दें कि छग के नारायणपुर में स्थित ढोडरीबेड़ा सोनपुर में नक्सलियों के हमले में शहीद आईटीबीपी जवान का देवप्रयाग में भागीरथी नदी के तट पर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। कोटीगुसांई गांव निवासी 52 वर्षीय शहीद राजेन्द्र सिंह रौथाण की डेढ़ वर्ष पहले ही छत्तीसगढ़ में पोस्टिंग हुई थी।
बीते सोमवार को सिंह तब शहीद हो गए, जब वह नक्सली इलाके में सड़क निर्माण कार्य में लगी पार्टी को सुरक्षा देने के लिए अपने साथी जवानों के साथ मौके पर पहुंचे थे। वहां एक गश्त के दौरान रास्ते पर नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए आईईडी बम धमाका हुआ, जिसमें आईटीबीपी की 53वीं बटालियन के जवान की मौत हो गई।
आईटीबीपी के जवान राजेंद्र सिंह का शव उसके गांव पहुंचा और अंतिम संस्कार हुआ, तो शोकाकुल परिवार को ढांढ़स बंधाने के लिए राज्य के निवर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बुधवार सुबह सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि भी दी और उत्तराखंड के वीरों को प्रेरणा बताया। जवान का शव पहुंचने और अंतिम संस्कार होने के बाद जहां गांव में मातम पसरा हुआ है, वहीं छत्तीसगढ़ में हुए हमले में एक अन्य सुरक्षाकर्मी गंभीर घायल बताया जा रहा है।