आतंक: जंगल में चारा पत्ती लेने गई महिला को बाघ ने बनाया निवाला..
बनबसा: जंगल में चारा पत्ती लेने गई क्षेत्र की एक महिला को बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। महिला अपनी मां और कुछ अन्य महिलाओं के साथ चारा पत्ती लेने हुड्डी नदी के पास के जंगल गई थी। पंचनामा भरने के बाद पुलिस महिला के शव को टनकपुर उप जिला अस्पताल ले गई है। इस वारदात से क्षेत्र में खौफ का माहौल है। ग्रामीणों ने मृतका के आश्रितों को मुआवजा देने के अलावा जंगली जानवरों से सुरक्षा के उपाय करने की मांग की है। परिजनों ने बताया है कि मुन्नी देवी मायके में ही रहती थी। उसका ससुराल रुद्रपुर के गूलरभोज में है। पति कैलाश रुद्रपुर में कारोबार करता है। उसके दो बेटे हैं। दोनों बच्चे बनबसा के ग्लोरियस स्कूल में पढ़ते हैं। छोटा बेटा 3 और बड़ा बेटा नौ में पढ़ता है।
टनकपुर के उप जिलाधिकारी आकाश जोशी ने बताया है कि हुड्डी नदी के नजदीक बनबसा के हेलागोठ क्षेत्र के जंगल में बाघ के हमले में 23 मई के पूर्वान्ह एक महिला की मौत हो गई। फागपुर बनबसा की मुन्नी देवी (32) पत्नी कैलाश पुरी अपनी मां कमला देवी और कुछ अन्य महिलाओं के साथ चारा लेने के लिए जंगल गई थीं। तराई पूर्वी डिवीजन में आने वाले इस जंगल में बाघ ने हमला बोल दिया। मां कमला देवी और साथ गई महिलाओं ने मुन्नी देवी को बचाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं रहे। बाघ कुछ दूरी तक महिला को घसीट कर ले गया। बाद में महिलाओं ने वारदात की पुलिस और प्रशासन को जानकारी दी। वन विभाग की टीम ने मौका मुआयना करने के बाद क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है। वहीं मुन्नी देवी के पोस्टमार्टम की टनकपुर उप जिला अस्पताल में प्रक्रिया चल रही है।
जंगली जानवरों के हमलों में चम्पावत जिले में साढ़े तीन साल में हुई सात मौतें
2021 में टनकपुर के बोरागोठ की सोना देवी, आमबाग की राधा देवी और बस्तिया की जानकी देवी और चम्पावत के ढकना वडोला गांव की मीना देवी की मौत हुई। जनवरी 2022 बाघ के हमले में चम्पावत के नघान क्षेत्र में चंचला देवी की मौत हुई। जुलाई 2023 सूखीढांग के गजार में तेंदुए के हमले में भोजनमाता चंद्रावती देवी की मौत हुई। दिसंबर 2023 टनकपुर पूर्णागिरि क्षेत्र के जंगल में घास लेने गई महिला बाघ के हमले में बुरी तरह जख्मी हुई।