दुस्साहस: अधिवक्ता ने कहां मेरा क्या कर लेगा कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, कानून मेरी मुठ्ठी में हैं, पढ़ें पूरा मामला
हल्द्वानी: (सूत्र)देवभूमि उत्तराखंड में अब भूमाफियाओं का कब्जा बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला भीमताल क्षेत्र के अलचौना (चाफी) का है। जिसमें ग्राम प्रधान और गाँववासी कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के जनता दरबार में अपनी समस्या बताने गए थे।
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाने के निर्देश दिए थे। लेकिन सूत्रो द्वारा एक ऑडियो सामने आया जो हम आपको सुना नहीं सकते। अधिवक्ता प्रशांत जोशी ने कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत IAS को गालियां बकना शुरू कर दिया। वो मेरा क्या कर लेगा कानून तो मेरी मुट्ठी में और साथ ही साथ गंदी गलिया भी दी। पूरा मामला जमीन का है जो की कब्जाने की कोशिश की जा रही है। सूत्रों की माने तो अधिवक्ता प्रशांत जोशी की पहुंच पुलिस से लेकर नेताओं तक है। पूर्व में ग्राम प्रधान ने पुलिस अधीक्षक से अपनी जान की सुरक्षा की गुहार भी लगाई थी।
ये था पूर्व में मामला
भीमताल क्षेत्र में अलचौना (चाफी) में एक दंबग द्वारा गांववासियों की जमीन पर जबरन कब्जा करने व गांववासियों पर जमीन बेचने के लिए दबाव बनाने के साथ ही क्षेत्र के ग्राम प्रधान पर जमीनों का कब्जा उसके पक्ष में लिखने के लिए दबाव बनाने का मामला प्रकाश में आया था। ऐसा न किए जाने की सूरत में दबंग ने ग्राम प्रधान को जान से मारने के साथ ही अंजाम भुगतने तक कि धमकी दी थी। ग्राम प्रधान ने पुलिस अधीक्षक नैनीताल से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए मामले में अविलम्ब कार्यवाई की मांग की थी।
असल में पूरा मामला अलचौना (चाफी) भीमताल के 500 नाली जमीन पर अवैध रूप से क़ब्ज़ा करने की नीयत से जुड़ा था। अलचौना क्षेत्र के ग्रामवासियों व क्षेत्र के ग्राम प्रधान पुरन चन्द भट्ट का इस मामले को लेकर कहना है कि घिघरानी (चाफी) जिला नैनीताल निवासी नितिन चौनाल जमीन की खरीद फरोख्त के काम से जुड़ा हुआ है। अलचौना ग्रामवासियों की 500 नाली जमीन पर उसकी नजरे गड़ी हुई थी। समय- समय पर नितिन ग्रामवासियों को जमीन बेचने व ऐसा न करने पर उन्हें धमकाने से भी बाज नहीं आता है, उस पर पूर्व में भी गांव वालो को धमकाने, गलत तरीकों से जमीनों को बेचने के आरोप लग चुके है। कई बार उसके द्वारा गांव वालो की जमीनों पर जबरन कब्जा करने की पूर्व में कोशिश की गई थी।
उसके द्वारा क्षेत्र में ग्राम प्रधान पुरन चंद्र भट्ट पर जमीनों का कब्जा उसके पक्ष में लिखने का भी दबाव बनाया गया, पर प्रधान भट्ट द्वारा इस सम्बन्ध में साफ इंकार करने के बाद वह भड़क गया तथा उसने भट्ट को दूरभाष पर गाली देने के साथ ही जान से मारने व अंजाम भुगतने की धमकी दे डाली। ग्राम प्रधान भट्ट ने इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक नैनीताल को लिखित शिकायत करने के साथ ही त्वरित कार्यवाई किए जाने की मांग की थी।