आज़ाद अली ने शीशमबाड़ा में मनाया बलिदान दिवस, दी श्रद्धांजलि। माथे पर काली पट्टी बांध जताया विरोध
सहसपुर। पछवा दून बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले शनिवार को शीशम बाड़ा कूड़ा घर के सामने गोष्ठी का आयोजन किया जाना था, गोष्ठी में मुख्य मुद्दा 3 अक्टूबर 2016 को मोहम्मद इस्लाम नाम के व्यक्ति की लाठीचार्ज में मृत्यु हो जाने को लेकर उनको श्रद्धांजलि दी साथ ही उनको शहीद का दर्जा देने का कार्यक्रम था, वह 3 अक्टूबर 2016 के दिन हुए अत्याचार को लेकर विधानसभा सहसपुर को जिस तरीके से कलंकीत कर चीर हरण किया गया था। उसके विरोध में 3 अक्टूबर के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया जाना था, जिसको लेकर पछवा दून बचाओ संघर्ष समिति द्वारा कार्यक्रम के लिए जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी विकासनगर को कल सूचनार्थ कार्यक्रम के लिए जानकारी दे दी गई थी वह एलआईयू द्वारा कल कार्यक्रम को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत करने के लिए भी सहमति बन गई थी।
परंतु क्षेत्रीय विधायक के दबाव में वह राज्य सरकार के दबाव में सेलाकुई थाना प्रेम नगर थाना सहसपुर की पुलिस द्वारा गोष्ठी कार्यक्रम को होने नहीं दिया गया। परंतु कार्यक्रम में आए हुए क्षेत्र वासियों ने पछवा दून बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों द्वारा माथे पर काली पट्टी बांधकर 3 अक्टूबर आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया। 3 अक्टूबर 2016 को इस्लाम नाम के व्यक्ति की मृत्यु हुई थी, उनको श्रद्धांजलि दी, इस कूड़ेदान को हटाने के लिए एक प्रस्ताव पारित होना था जो कि, अधूरा रह गया। इस दौरान समिति के अध्यक्ष आजाद अली ने कहा कि, जल्द ही बैठक का आयोजन कर इस कूड़ेदान को हटाने के लिए प्रस्ताव पारित किया जाएगा।
आजाद अली ने बताया कि, क्षेत्रीय विधायक झूठा है झूठ बोल रहा है। हाल ही में हुए विधानसभा सत्र में राज्य सरकार ने स्पष्ट कहा कि, विधायक द्वारा कूड़ेदान को हटाने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया। मीडिया द्वारा अखबार में यह प्रसारण हुआ कि, राज्य सरकार को विधायक द्वारा कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया, तो विधायक को अपनी जमीन खिसकती देख आनन-फानन में अपने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पास जाकर पार्टी अध्यक्ष को लेकर अपने शासकीय प्रवक्ता से एक कोरी गप्पेबाजी का बयानबाजी जारी करवाया गया। जिसमें यह कहा गया कि, कूड़ेदान रुड़की में शिफ्ट किया जाएगा और साथ ही साथ शासकीय प्रवक्ता ने यह भी कहा जो स्पष्ट करता है कि वह झूठ बोल रहे हैं कि इसको यहां से किसी दूसरी जगह पर स्थापित करने के लिए भी जगह तलाशी जा रही है।
आजाद अली का कहना है कि, यदि इस कूड़ेदान को रुड़की में शिफ्ट किया जाना है तो दूसरी जगह तलाशने का क्या मतलब है। यह सब क्षेत्रवासी जान चुके हैं कि, शासकीय प्रवक्ता विधायक के दबाव में झूठ बोल रहे हैं। क्योंकि सच्चाई सबके सामने सत्र में आ गई थी। सत्र में सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि, विधायक द्वारा कोई प्रस्ताव दिया ही नहीं गया तो अब इस को शिफ्ट करने की झूठी गप्पे बाजी समझ से परे हैं। अब सहसपुरवासी इस विधायक की और राज्य सरकार की बातों में आने वाले नहीं है।
आजाद ने यह भी कहा कि, इस कूड़ेदान के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित कर आगे की रणनीति जल्द ही तय की जाएगी। आज के इस कार्यक्रम में पछवा दून बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारी मोहम्मद आबिद हाफिज, पूर्व प्रधान रीता शर्मा, अल्लाह रखा, अर्जीना, अमर सिंह कश्यप व कूडाघर हटाओ संघर्ष समिति के संयोजक सतपाल धानिया व आसन नदी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष हुसैन अहमद, शिवप्रसाद देवली व पूर्व ब्लाक प्रमुख राजेंद्र पुरोहित, शीशम बाड़ा ग्राम सभा के प्रधान पति दिलशाद अहमद, हसनपुर कल्याणपुर के ग्राम प्रधान शराफत अली, भूडडी ग्राम सभा की प्रधान कोमल देवी, ठाकुर पुर ग्राम सभा के ग्राम प्रधान गणेश टंडन, समाजसेवी शराफत अली, परवेज अहमद, इकराम अली, वार्ड मेंबर प्रवीण पाल, वार्ड मेंबर देशराज नौटियाल, वार्ड मेंबर सचिन कुमार, समाजसेवी सुमन तोमर, बिना बबराड़ा, कुसुम भट्ट, पूनम पवार, संजय पाल, प्रदीप शर्मा, सोबत सजवान, नजमुद्दीन, अरविंद भट्ट, जितेंद्र गुप्ता, प्रेम सिंह नेगी, आबाद अली, पूर्व प्रधान नफीस अहमद, बशीर अहमद, समाजसेवी अनीस अहमद, सत्तार अहमद, मोहम्मद अहमद आदि मौजूद रहे।