चमोली जिले में बदहाल कनेक्टिविटी व्यवस्था। सांसद ने संसद में रखी बात
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
थराली। चमोली जिले के प्रमुख उपडाकघरों में से एक थराली डाकघर में पिछले 6 महीनों से कामकाज ठप पड़ा हुआ है। आलम ये है कि, केंद्र सरकार का डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया का नारा थराली आते-आते पूरी तरह से मुंह चिढ़ाने सा लगता है। ऐसे में कामकाज ठप होने के चलते यहां आने वाले ग्राहकों को मायूस ही घर लौटना पड़ रहा है। लंबे समय से पोस्ट सेवाएं बदहाल होने के चलते आम जनता में भी रोष व्याप्त है।
दरसल इसी वर्ष फरवरी माह में डाकघर में लगा मॉडेम जल गया था। जिसकी सूचना डाकघर के पोस्टमास्टर द्वारा आला अधिकारियों को दी गई। लेकिन अब 6 माह बाद भी खराब और फुके मॉडेम को रिप्लेस कर नया मॉडेम थराली डाकघर को उपलब्ध न हो सका। जिसके चलते डाकघर के ग्राहक ही नही यहां के कर्मियों को भी फजीहत उठानी पड़ रही है। जहां आम ग्राहकों के बैंकिंग कार्य नही हो पा रहे हैं। वही पोस्ट ऑफिस के कर्मियों को डाक लगाने या भेजने के लिए दूसरे पोस्ट ऑफिस का चक्कर लगाना पड़ रहा है। ताकि पोस्ट ऑफिस के डाक सम्बन्धी कार्य प्रभावित न हो सकें।
सरकार डिजिटल इंडिया के तहत अब पोस्ट ऑफिस में भी सहूलियत के लिहाज से डाक ओर बैंकिंग सेवाओ को ऑनलाइन करा चुकी है। लेकिन 6 माह से डाक विभाग थराली डाकघर में एक मॉडेम उपलब्ध न करा सका। इससे तो यही लगता है कि, सरकार की ये ऑनलाईन प्रणाली और डिजिटल इंडिया अब आम जनता के साथ-साथ डाकघर में तैनात कर्मचारियों के लिए भी गले की फांस बन चुकी है।
गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने पहाड़ी क्षेत्रों की हो रही असुविधा की बात संसद में उठाई उन्होंने कहा कि, चमोली जनपद के थराली, नारायणबगड़, देवाल सहित तमाम क्षेत्रों में बीएसएनएल की कनेक्टिविटी ना होने के चलते दूरदराज से लोग बैंक, पोस्ट ऑफिस और ब्लॉक मुख्यालय में अपना काम करने आते हैं। लेकिन कनेक्टिविटी ना होने के कारण उदास ही अपने गंतव्य को लौट जाते हैं।