उत्तराखंड कांग्रेस से आज एक बहुत बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। कॉन्ग्रेस गणेश गोदियाल को फिर से प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है।
सूत्रों के अनुसार जानकारी प्राप्त हुई है कि राजनीतिक गलियारों में गणेश गोदियाल को लेकर जो चर्चाएं हैं वह कुछ इस तरह है कि गणेश गोदियाल को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बहुत ही कम मात्र 6 माह का समय मिला और इस कार्यकाल में भी चार प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए हुए थे।
साथ ही खुद हरीश रावत ने मुख्यमंत्री का चेहरा होने के साथ-साथ ही चुनाव संचालन समिति का सारा काम अपने हाथों में लिया हुआ था।
इन सब कारणों के चलते कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को करने के लिए कुछ नहीं था।
जिसके चलते कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इन सब चीजों को देखते हुए एक बार फिर से गणेश गोदियाल को पुनः एक बार प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर विचार विमर्श कर रहा है।
एक नज़र गणेश गोदियाल के 6 माह (27जुलाई-27 जनवरी) के कार्यकाल पर :
गणेश गोदियाल ने प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से 42 विधानसभाओं का भ्रमण कर संगठन के लाखों कार्यकर्ताओं में सकारात्मक रुप से जान फूंकने का काम किया।
साथ ही देखा जाए तो कहीं ना कहीं गणेश गोदियाल में शीर्ष नेतृत्व को साथ लेकर चलने वाली काबिलियत है।
गणेश गोदियाल ने संगठन के आठ जिलों में अपने कार्यकाल के दौरान बैठक ली।
गणेश गोदियाल लगातार प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले सैंकड़ों कार्यकर्ताओं से कार्यालय में एक एक करके मुलाक़ात करते दिखाई दिए।
गणेश गोदियाल अपने कार्यकाल के दौरान राज्य के मुद्दों पर मजबूती से खड़े रहे।
अपने कार्यकाल के दौरान गणेश गोदियाल ने पूरे प्रदेश में 10 लाख की सदस्यता अभियान की शुरुआत की।
गणेश गोदियाल ने अपने कार्यकाल में जहां कांग्रेस के लिए नए कार्यकर्ता बनाएं वही पूर्व में निष्कासित कार्यकर्ताओं के लिए समिति गठित कर उन्हें भी एकजुट करने का भरपूर प्रयास किया। साथ ही प्रदेश में हज़ारों भाजपा कार्यकर्ता व पदाधिकारियों की कांग्रेस में सदस्यता।
यदि देखा जाए तो गणेश गोदियाल ने अपने छोटे से कार्यकाल में भी 2022 में 19 विधायक कांग्रेस के सदन में पहुंचाने का काम किया वहीं अगर बात करें 2017 की तो मात्र 11 ही विधायक कांग्रेस सदन में पहुंचा पाई थी। साथ ही कांग्रेस का वोट परसेंट भी 33% से बढ़कर 38% हो गया है।
इन सब कारणों को देखते हुए ही कांग्रेस की नेतृत्व एक बार फिर से गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाने को लेकर पुनर्विचार कर रहा है।