उत्तराखंड सरकार ने अपने ही नेता को फायदा पहुंचाने के लिए एक सरकारी कार्यालय को निजी भवन में शिफ्ट कर दिया।
दरअसल स्वास्थ्य महानिदेशालय के भवन में चल रहे चिकित्सा चयन बोर्ड को एक नेता जी के भवन में शिफ्ट कर दिया गया जिसका किराया भी डेढ़ से दो लाख है जो हैरत में डाल देता है।
उत्तराखंड में अपनों को फायदा पहुंचाने की राजनीति इतनी जोरों पर है कि स्वास्थ्य निदेशालय के पास पर्याप्त पार्किंग व कक्ष खाली पड़े हैं जिसमें वह चिकित्सा चयन बोर्ड को चला सकते थे।
सरकार बजट को निपटाने और अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए स्वास्थ महकमे के अधिकारियों ने सांठगांठ कर चिकित्सा चयन बोर्ड को डंडा लखोंड स्थित स्वास्थ्य निदेशालय से हटा दिया है।और शास्त्री नगर में एक निजी भवन में शिफ्ट कर दिया गया है।
आपको बतादे कि स्वास्थ्य विभाग के पास अपनी भूमि व विशालकाय भवन है तो ऐसे में चिकित्सा चयन बोर्ड को भाजपा के एक नेता के निजी आवास में शिफ्ट करने का क्या औचित्य है।
यह मामला भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े का है। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी किसी के इशारे पर सरकारी खजाने को लाखों का चूना लगा रहे हैं।