अब सरकार ने एक आईएफएस अधिकारी पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी कर ली है। वित्तीय अनियमितताओं के चलते शासन ने इस आईएफएस अधिकारी के ऊपर जांच का शिकंजा कस दिया है।
आपको बता दें कि सनातन धर्म निष्ठ तीर्थ रक्षा मंच की शिकायत के बाद तत्कालीन सचिव हरीश चंद्र सेमवाल के द्वारा आयुक्त गढ़वाल को जांच सौंपी गई थी कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह पर आरोप लगाया गया था कि यह आईएफ़एस अधिकारी अपने मनमाने ढंग से शासन की आंखों में धूल झोंक कर कामयाब होने के चलते 10 सालों से सरकार के प्रतिनियुक्ति के नियमों से अलग हटकर ऐसे संस्थान में जमा हुआ है।
साथ ही कई वित्तीय अनियमितताओं का भी इनके ऊपर आरोप लगाया गया है जिसके ऊपर जांच गतिमान है,बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति जिसका नाता सीधे-सीधे केवल उत्तराखंड से ही नहीं बल्कि देश व विदेश के करोड़ों लोगों की आस्था व श्रद्धा से जुड़ा हुआ है।
दरअसल मामला है श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी का इस पद पर पिछले 10 वर्षों से आई आईएफएस अधिकारी बीडी सिंह का स्टाइल मठ मंदिरों में किसी मठाधीश से कम नहीं है सूत्र बताते है कि सरकार के नियम कानूनों से ऊपर उठकर इस अधिकारी का मंदिर समिति में अपना नियम चलता है। शासन से इस अधिकारी के ऊपर वित्तीय अनियमितताओं को लेकर जांच का जिम्मा गढ़वाल मंडल आयुक्त को सौंपा गया है जांच अभी प्रक्रियाधीन है।