हरिद्वार : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को हरिद्वार में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी के 25 साल पूरे होने पर आयोजित आध्यात्मिक सम्मेलन में एक ऐलान किया। इस घड़ी में, उन्होंने जनवरी 2024 में उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता को लागू करने का वादा किया, जिसके लिए उन्होंने एक विशेष समिति की गठन की घोषणा की है।
आचार्य पद पर 25 साल के समर्पण के बाद आयोजित सम्मेलन में, मुख्यमंत्री ने साधु-संतों के साथ सांविदानिक और धार्मिक मुद्दों पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण में साधु-संतों का समर्थन किया और इसे पूरा होने का समय माना।
मुख्यमंत्री ने धारा 370 के हटाए जाने को भी सुरक्षित माना और इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की कुशल नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनाव से पहले दिया गया वादा पूरा करते हुए समान नागरिक संहिता को लागू करने का वादा किया गया था, और इसे अब जनवरी में पूरा किया जाएगा।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने समान नागरिक संहिता की लागू होने के साथ ही राज्य को देश का पहला राज्य बनने का गर्व महसूस कराया। इसके साथ ही उन्होंने उच्चतम न्यायालय की समिति की प्रशंसा की और समिति द्वारा बनाए गए ड्राफ्ट पर काम करने की बताई। इसमें साधु-संतों के साथ मिलकर किए गए कई कठिन फैसलों का भी जिक्र था, जैसे कि लैंड जिहाद के खिलाफ हुई कड़ी कार्रवाई और राज्य की सरकारी जमीनों पर हुए अतिक्रमण का निष्पादन।
सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने साधु-संतों के साथ सम्मिलित होकर राष्ट्रीय मुद्दों पर भी अपने विचार साझा किए और आध्यात्मिक समृद्धि के लिए साधु-संतों के संबंध में अपनी आदरणीयता व्यक्त की। उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी के कार्यकाल में किए गए उनके महत