सत्ता की हनक में चूर भाजपा के विधायक नहीं आ रहे अपनी हरकतों से बात
जगदम्बा कोठारी देहरादून
उत्तराखंड में प्रचंड बहुमत में आई भाजपा सरकार के मंत्रियों एवं विधायकों की गुंडागर्दी अब आम बात सी हो गई है। पहले ऋषिकेश विधायक एवं कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह नेगी के साथ सरेआम मारपीट करने के वीडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचाया और अब लैंसडाउन विधायक दिलीप रावत का भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि विधायक दिलीप रावत के समर्थकों की गाड़ी का चालान परिवहन अधिकारियों द्वारा किया गया। जिसकी शिकायत लेकर भाजपा कार्यकर्ता एवं विधायक समर्थक विधायक महोदय के पास पहुंचे। अपने कार्यकर्ताओं की गाड़ी का चालान कटने की बात सुनकर विधायक दिलीप रावत काफी नाराज हो गए। मौके पर पहुंचे विधायक ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को पहले तो जमकर खरी खोटी सुनाई।
इसके बाद विधायक दिलीप रावत ने परिवहन अधिकारी को थप्पड़ मारने तक के लिए हाथ तक उठा लिया था। इस घटना का वीडियो पास ही खड़े किसी शख्स ने बना लिया। जिसके बाद वीडियो वायरल हो गया। यह घटना कोटद्वार की बताई जा रही है। जहां विधायक दिलीप रावत और परिवहन अधिकारी हरीश सती के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं का चालान काटने को लेकर बहस छिड़ी थी। वीडियो पर इसे लोग सत्ता की हनक बता रहे हैं तो वहीं विपक्ष अब इसको मुद्दा बनाते हुए सरकार को घेरने की तैयारी पर है। वीडियो वायरल होने के बाद उन लोगों ने विधायक को आधे हाथों ले लिया लेकिन जिस अधिकारी पर विधायक जी ने हाथ उठाया था अधिकारी ने चुप्पी साध ली है
अपने बयानों को लेकर पूर्व में भी विवादों में रह चुके हैं विधायक रावत
विधायक दिलीप रावत अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों में रहते हैं। पूर्व में उन्होंने लैंसडाउन का नाम बदलने को लेकर सुर्खियां बटोरी। लैंसडाउन विधानसभा से विधायक दिलीप रावत ने लैंसडाउन का नाम बदलकर बलभद्र सिंह नगर करने की मांग की थी। उनका कहना था कि बलभद्र सिंह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने लैंसडाउन में सेना स्थापित की थी और वह लंबे समय तक यहीं रहे हैं इसलिए लैंसडाउन का नाम बलभद्र सिंह नगर होना चाहिए।