भ्रष्टाचार: यहां रिश्वत लेते चकबंदी पटवारी को विजिलेंस ने रंगे हाथों दबोचा..
देहरादून : भ्रष्टाचार के खिलाफ धामी सरकार का हंटर अब रिश्वतखोरों के खिलाफ जमकर चल रहा है। बीते दिनों विजिलेंस के छापे में भी रंगे हाथों पकड़े जा चुके हैं कई घूसखोर अफसर।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुकदमे का डर दिखाकर एक ग्रामीण से रिश्वत ले रहे चकबंदी पटवारी को देहरादून से पहुंची विजिलेंस टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को गिरफ्तार कर टीम अपने साथ देहरादून ले गई। कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है।
पुलिस के मुताबिक, शिकायत कर्ता निवासी ग्राम बोडाहेडी, रुड़की ने हैल्प लाईन नं0 1064 के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई कि रांगडवाला में वर्ष 2013 में खरीदी गई वसीयत की जमीन को शिकायतकर्ता ने खरीद फरोख्त कर अन्य को बेच दिया गया था।
प्रकरण में आरोपी लेखपाल विरेन्दर कुमार पुत्र स्व0 गंगादास, निवासी मकान नं0-120, सिंधी वाली गली, थाना गंगनहर, मूल निवासी ग्राम बनेडाजट, पो०- बनेडाजट, थाना बाबरी, जिला शामली, 300 हाल तैनाती चकबंदी लेखपाल रांगडवाला, मानुमास क्षेत्र धनौरी, चकबंदी कार्यालय ने शिकायतकर्ता को डर दिखाया कि इस संबंध में एडीएम कार्यालय हरिद्वार में वाद दर्ज है और शिकायतकर्ता के खिलाफ थाने पर मुकदमा दर्ज कराये जाने के आदेश पारित हो गए हैं।
बचाने की एवज में 1 लाख रुपये रिश्वत की मांग की गयी थी। जिसमें आरोपी 50 हजार रिश्वत की बात तय कर ली गयी। पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सेक्टर देहरादून रेनू लोहनी ने शिकायती प्रार्थना पत्र का संज्ञान लेते हुए गोपनीय रूप से जांच कराई। जिसमें आरोप सही पाए गये। गुरुवार को एक टीम ने देहरादून से हरिद्वार पहुंच कर चकबंदी लेखपाल विरेन्दर कुमार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर देहरादून ले जाया गया है।
शिकायतकर्ता मोहम्मद यूसुफ पुत्र नूरहसन निवासी ग्राम बोडाहेड़ी, रुड़की ने हैल्प लाईन नं0 1064 के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई कि रांगड़वाला में वर्ष 2013 में खरीदी गई वसीयत की जमीन को शिकायतकर्ता द्वारा खरीदफरोख्त कर अन्य को बेच दिया गया था ।
उक्त प्रकरण में आरोपी लेखपाल विरेन्दर कुमार पुत्र स्व0 गंगादास, निवासी मकान नं0-120, सिंधी वाली गली, थाना गंगनहर मूल निवासी ग्राम बनेड़ाजट, पो0- बनेड़ाजट, थाना बाबरी, जिला शामली, उ0प्र0 हाल तैनाती चकबंदी लेखपाल रांगड़वाला, मानुमास क्षेत्र धनौरी, चकबंदी कार्यालय बहादराबाद जिला हरिद्वार द्वारा शिकायतकर्ता को भय दिखा कर कि उक्त संबंध में ए0डी0एम0 कार्यालय हरिद्वार में वाद दर्ज है तथा शिकायतकर्ता के खिलाफ थाने पर मुकदमा दर्ज कराये जाने के आदेश पारित हो गए हैं,
जिससे वह शिकायतकर्ता को अभियोग पंजीकृत होने से बचाने की एवज में 1 लाख रूपये रिश्वत की माँग की गयी थी, जिसमें आरोपी द्वारा 50 हजार रिश्वत की बात तय कर ली गयी ।
पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून श्रीमती रेनू लोहनी द्वारा उक्त शिकायती प्रार्थना पत्र में अंकित आरोपों का संज्ञान लेते हुए गोपनीय रूप से जांच करायी गयी। जांचोपरान्त लगाये गये आरोप प्रथम दृष्टया सही पाये गये । जिस पर त्वरित रूप से ट्रैप टीम का गठन किया गया।
दिनांक 11-05-2023 को ट्रैप टीम द्वारा अभियुक्त चकबंदी लेखपाल विरेन्दर कुमार को चकबंदी कार्यालय बहादराबाद से सतर्कता की ट्रैप टीम द्वारा अपराहन लगभग 13:00 बजे शिकायतकर्ता से रिश्वत ग्रहण करते हुए स्वतंत्र गवाहो के समक्ष रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उक्त सम्बन्ध में थाना सर्तकता अधिष्ठान, सैक्टर देहरादून में आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित 2018) का अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है। ट्रैप टीम के उत्साह वर्धन हेतु निदेशक सतर्कता महोदय द्वारा नगद पारितोषिक से पुरस्कृत किये जाने की घोषणा की गयी है ।
यदि किसी भी सरकारी कर्मचारी / अधिकारी द्वारा भष्टाचार के माध्यम से आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित की गयी हो तथा किसी कार्य हेतु रिश्वत की अवैध मांग की जा रही हो या अन्य व्यक्तियों/बिचोलियों के द्वारा पैसे लेकर भ्रष्टाचार किया जा रहा हो तो बिना भय के भ्रष्टाचारियों / भ्रष्टाचार के विरूद्ध टोल फ्री नम्बर- 1064, UK1064 APP तथा सतर्कता अधिष्ठान की वेबसाईट www.vigilance.uk.gov.in के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आपक लम्बित शिकायतों पर सतर्कता अधिष्ठान स्तर पर तत्परता से कार्यवाही की जायेगी