चालक ने समय रहते सूझबूझ दिखाते हुए बस को खाई की ओर जाने से रोककर पहाड़ी की ओर मोड़ दिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
हादसे की जानकारी और रेस्क्यू:
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस एवं प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय नागरिकों की मदद से जवानों को बस से सुरक्षित बाहर निकाला गया। चोटिल जवानों को 108 एंबुलेंस सेवा के माध्यम से उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग भेजा गया, जहां उनका उपचार जारी है।
खतरनाक हैं पहाड़ी मार्ग:
गौरतलब है कि चमोली जिला पूर्ण रूप से पहाड़ी क्षेत्र है। यहां की सड़कों पर एक ओर ऊँचे-ऊँचे पहाड़ तो दूसरी ओर गहरी खाइयाँ और बहती नदियाँ हैं। बरसात के मौसम में यहां लैंडस्लाइड और सड़क दुर्घटनाओं की आशंका और भी बढ़ जाती है।
प्रशासन की अपील:
प्रशासन की ओर से पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन चलाने वालों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई है। चालक को वाहन की गति नियंत्रित रखते हुए मौसम और सड़क की स्थिति के अनुसार यात्रा करनी चाहिए।
फिलहाल सभी घायल जवान खतरे से बाहर हैं और मामले की जांच की जा रही है।