पेशावर कांड के नायक वीर चंद्रसिंह गढ़वाली के गांव में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल। इलाज करवाने 12 km कंधे पे ले जा रहे लोग।
रिपोर्ट-बलबीर जेन्तवाल
वीर चंद्रसिंह गढ़वाली की आत्मा भी ये देख के रो रही होगी कि देश के लिए इतना बड़ा बलिदान देने पेशेवर कांड के नायक जिन्हें पूरा देश एक रियल हीरो के रूप में याद करता है पर
पलायन का आज एक हकीकत रुख देखने को मिला जब स्वास्थ्य सेवा न मिलने व कुदरती कहर से खस्ताहाल मोटरमार्ग से उनके गांव की एक बुजुर्ग महिला को असहाय ग्रामीणों द्वारा कुर्सी पर लादकर 12 किलोमीटर दूर गाड़ी पकड़ने ले जाना पड़ा।
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पेशावर क्रांति के महानायक स्व०वीर चन्द्रसिंह गढ़वाली जी की जन्मस्थली चौथान के देवराड़ी निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला श्रीमती-भागुली देवी की अचानक से तबियत बिगड़ने पर उनको कन्धे पर लादकर इलाज के लिए 45 किलोमीटर दूर चखुटिया ले जाना पड़ा ।
गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली बुजुर्ग महिला के घर पर बेटा पहले से 6 सालों से बीमार चल रहा है और छोटा बेटा दिल्ली में छोटी मोटी नौकरी करता है, ये हाल सिर्फ चोथान का नही है समूचे सदूर पहाड़ की यही विडम्बना है।
कुछ ही दिनों पहले कुदरती कहर से चौथान के मोटरमार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए गाड़ी न चलने से लोग पैदल जाने को मजबूर हैं। आज चौथान क्षेत्र में सरकार की ओर से अस्पताल के नाम पर तीन बड़े इमारतें बनी हुई है लेकिन ये बिना डॉक्टरों से वीरान पड़े हुए हैं छोटी-मोटी इलाज के चौथान से बाहर जाना पड़ता है आज जहां गढ़वाली जी के नाम से समूचे उत्तराखण्ड में अनेक संस्थाएं व कुटीर उद्योग, शैषिक व मेडिकल इंस्टीट्यूटचल रही हैं जिसका वे भरपूर फायदा उठा रहे हैं वहीं उनकी जन्मस्थली चौथान हर तरह की सुविधाओं के लिए तरस रहा है लोग शिक्षा व स्वास्थ्य न मिलने पर पलायन करने पर मजबूर हैं,
हालांकि गढवाली जी के नाम से वीर चन्द्रसिंह गढ़वाली चौथान विकास समिति बनी हुई जो समय समय पर पत्राचार के माध्यम से अपने क्षेत्र के लिए मांग उठाती रहती है आज चौथान में 108 एम्बुलेंस की सेवा नही मिलने पर चौथान को अनेकों बेसहारा लोगों की जान गवानी पड़ रही है।