लगभग चार घंटे तक चले इस जनदर्शन में 150 से अधिक शिकायतें सामने आईं, जिनमें अधिकतर मामले भूमि विवाद से जुड़े थे। इसके अलावा नगर निगम, एमडीडीए, लोनिवि, जिला पंचायत, पुलिस, वन और विद्युत विभाग से संबंधित शिकायतें भी दर्ज की गईं।
गरीब महिला को मकान मरम्मत व पेंशन की राहत
चुक्खुवाला निवासी सुशीला देवी ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई कि वह असहाय और बीमार महिला हैं, जिनके घर की हालत जर्जर है और बारिश में पानी टपकता है। इस पर डीएम सविन बंसल ने तत्काल कार्रवाई करते हुए:
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एडीएम वित्त एवं राजस्व को आपदा मद से मकान मरम्मत का प्रस्ताव भेजने,
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मुख्य चिकित्साधिकारी को महिला के उपचार की व्यवस्था कराने,
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तथा समाज कल्याण अधिकारी को पेंशन और अन्य मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
संपत्ति विवाद और पारिवारिक प्रताड़ना पर सख्त रुख
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प्रेमनगर निवासी भरत सिंह बुटोला ने वर्ष 2012 में खरीदी गई जमीन पर कब्जा न मिलने की शिकायत की। इस पर तहसीलदार विकासनगर को रिपोर्ट तलब की गई।
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शिव देवी ने आरोप लगाया कि बेटे ने अंगूठा लगवाकर संपत्ति हड़प ली।
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सावित्री देवी ने शिकायत की कि बेटा उन्हें घर से निकाल रहा है और बेटी को मिली जमीन पर भी कब्जा करना चाहता है। इस पर डीएम ने तहसीलदार विकासनगर को जांच के आदेश दिए।
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डोईवाला निवासी कलम सिंह कृषाली ने बेटे द्वारा प्रताड़ित किए जाने की शिकायत की, जिस पर एसडीएम डोईवाला को भरण-पोषण अधिनियम में कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
85 वर्षीय बुजुर्ग की शिकायत पर नाली निर्माण का आदेश
हरिपुर ऋषिकेश के 85 वर्षीय भगवती प्रसाद ने शिकायत की कि उनके घर के पास नाली का निर्माण नहीं हो रहा है। इस पर डीएम ने जिला पंचायतराज अधिकारी व एएमएनए जिला पंचायत से संयुक्त आख्या मांगी।
अन्य जनहित मामले
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बद्रीपुर के लोगों ने बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग रखी।
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लखवाड़ निवासी लदुर सिंह ने बांध प्रभावित होने के बावजूद मुआवजा न मिलने की शिकायत की। इस पर एसएलएओ को आख्या प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए।
अधिकारियों की मौजूदगी
जनता दर्शन में एडीएम वित्त एवं राजस्व के.के. मिश्रा, अपर नगर आयुक्त रजा अब्बास, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह, एसडीएम अपूर्वा सिंह, विनोद कुमार, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी स्मृता परमार, एसडीएम कुमकुम जोशी, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।