बरसात में खनन का खेल मत खेलो सरकार
रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
पौड़ी। उत्तराखंड की धामी सरकार आजकल भारी बरसात के बीच भी नदियों में अवैध खनन करवाने में जुटी है। जबकि बरसात के दिनों में खनन पर पाबंदी रहती है।
मामला पौड़ी जनपद की सतपुली तहसील के अंतर्गत नयार नदी में चमोलीसैंण में दिए गए रिवर ट्रेनिंग परमिट का है। इस स्थान पर लगभग 25 हजार मीट्रिक टन आरबीएम निकासी हेतु टेंडर निकाले गए थे, उक्त टेंडर के दो बार रिवर ट्रेनिंग परमिट को रिन्यू किया जा चुका है और अभी भी कागजों में 25 हजार मीट्रिक टन आरबीएम नहीं निकला है!
जबकि हकीकत में उक्त स्थान पर रात-दिन अवैध खनन किया जा रहा है और सतपुली के साथ ही आस-पास के क्रेशर प्लांटों में लाखों टन आरबीएम का अवैध रूप से भंडारण किया जा चुका है, लेकिन सरकार ने इस मामले में आंखें बंद की हुई है।
लिहाजा स्थानीय राजस्व प्रशासन और पुलिस भी इस ओर देखने को भी तैयार नहीं है। आज जब उक्त स्थान पर तीसरी बार रिवर ट्रेनिंग का परमिट रिन्यू कर काम शुरू किया गया तो ग्रामीणों ने इसका जमकर विरोध किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि, खनन कारोबारी उनके व्यक्तिगत सड़क मार्ग का खनन सामग्री से लदे डम्परों के आने-जाने में बेतहाशा प्रयोग कर उसे बर्बाद कर रहे हैं। साथ ही उनकी वनसंपदा को भी बर्बाद किया जा रहा है।
मौके पर पहुंचे आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आशुतोष नेगी ने भी उत्तराखंड की भाजपा सरकार पर अवैध खनन करवाने का आरोप लगाते हुये कहा कि, यह सब कुछ धामी सरकार के संरक्षण में हो रहा है।
इसी वजह से राजस्व प्रशासन और पुलिस इसका संज्ञान नहीं ले रही है और नदियों का सीना छलनी कर एक ओर पर्यावरण को अपूरणीय क्षति तो पहुंचाई ही जा रही है, साथ ही स्थानीय लोगों के जल, जंगल और जमीन के हक़ को भी नजरअंदाज कर जमकर खनन राजस्व की भी लूट की जा रही है।