बच्चों सहित बुजुर्गों ने भी किया योग
– शरीर की स्वस्थ रखने के लिए योग एक अच्छा विकल्प
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
थराली। विश्व योग दिवस के अवसर पर चमोली जिले के नारायणबगड़ विकासखंड के दूरस्थ क्षेत्र ग्राम सभा असेड मे विश्व योग दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें पूरे गाँव के बच्चों से लेकर बुजुर्गों ने प्रतिभाग किया।
नन्हे-मुन्ने बच्चो का लॉकडाउन के बीच हर दिन योग दिवस जैसा
आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। ऐसे में आम से लेकर खास तक सभी कोरोना महामारी को देखते हुए योग दिवस के खास मौके पर घर पर ही बैठकर योगाभ्यास कर रहे हैं। साथ ही तमाम सोशल मीडिया साइट्स के जरिये योग करते हुए अपनी तस्वीरें भी साझा कर रहे हैं। वहीं नारायणबगड़ ब्लॉक के असेड़ गांव के बच्चे लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही हर दिन को योग दिवस की तर्ज पर मना रहे हैं। स्कूलों की छुट्टियां होने के चलते जहां अधिकांश बच्चे घरों में कैद हैं। वहीं असेड़ गांव के ये नन्हे मुन्ने बच्चे शारिरिक व मानसिक रूप से फिट रहने के लिए योगाभ्यास में जुटे हैं।
नन्हे मुन्ने बच्चो को योगाभ्यास में लगे देख इन बच्चो के माता पिता इस पहल को सराहनीय तो बता ही रहे हैं, साथ ही खुद भी योग से जुड़ने का संकल्प भी ले रहे हैं। दरसल लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद चल रहे हैं। ऐसे में गांव में ही रहने वाले बच्चे और गांव से बाहर रह रहे वो परिवार जो लॉकडाउन के बाद गांव का रुख किये हुए हैं। उन परिवारों के बच्चो को व्यस्त रखने के लिए असेड़ गांव के कमलेश सती ने बच्चो के माता पिता से सुबह सुबह गांव के ही मैदान में योग सिखाने की बात कही जिस पर बच्चो के माता पिता ने हामी भी भर दी।
गांव के युवा कमलेश सती राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा से भी जुड़े हुए हैं। उनके द्वारा आरएसएस की मृत्युंजय महादेव शाखा के तत्वावधान में सुबह 5:30 बजे से 8 बजे तक प्रशिक्षण वर्ग संचालित किया जाने लगा। शुरुआती दौर में कम बच्चे ही इसमें शामिल हुए किंतु अपने साथी बच्चो की देखा देखी के चलते और बच्चे भी प्रशिक्षण का हिस्सा बनने लगे। प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम के आयोजक कमलेश सती का कहना है कि, बाल सेवको को मानसिक व शारिरिक रूप से स्वस्थ रखने अथवा उनके चारित्रिक विकास के लिए यह पहल रंग लाती जा रही है।
पौड़ीगढ़वाल, नैनीडांडा विकास खंड के आंगनवाड़ी केंद्र खौल(भोपाटी) में योग दिवस का आयोजन
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार केंद्र में कुछ ही किशोरियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ती आशा रावत द्वारा इन किशोरियों को योग की जानकारी और इनके लाभ बताए गए। किशोरियों ने कार्यकत्री आशा रावत के साथ योगाभ्यास भी किया। साथ ही योग को अपने दैनिक जीवन में सम्मिलित करने का भी निर्णय लिया।
इस कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग मास्क का प्रयोग और सैनिटाइजर का पूरा ध्यान रखा गया। आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा किशोरियों के लिए सूक्ष्म नाश्ते की व्यवस्था भी की गई। स्वस्थ रहिए-सुरक्षित रहिये। आशा रावत, मनस्वी, रिया, दीया, तनीषा, अनीषा, आरुषि, सोनी, आकांक्षा, आदि माैजूद रहे।
वहीं गांव के बच्चे और उनके माता पिता भी योग के महत्व का साक्षात्कार भी कर रहे हैं। इस योग दिवस पर इन छोटे-छोटे बच्चो का योगाभ्यास बता रहा है कि, खाली समय के सदुपयोग के साथ-साथ खुद के शरीर को स्वस्थ रखने का एक अच्छा विकल्प योग है। जो किसी साधना से कम नहीं।