सितारगंज में अतिक्रमण हटाओ अभियान के चलते व्यापारियों और प्रशासन में नोक-झोंक
देहरादून। उत्तराखंड के सितारगंज में प्रशासन द्वारा दो दिन पूर्व नगर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने की घोषणा की गई थी। ताकि जो भी नगर के व्यापारी अतिक्रमण की जद में आते थे उन्हें अपनी दुकानें-मकान जब टूटे नजर आए तो उनमें खलबली मच गई। जैसे ही प्रशासन की समय सीमा समाप्त हुई तो व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकान-मकान टूटने से बचने के लिए इधर-उधर हाँथ पैर मार नियम कानून के तहत अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने के लिए प्रशासन के सामने प्रस्ताव प्रस्तुत किये।
बता दें कि, प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान का दिन आते ही अतिक्रमण हटाने के लिए जैसे ही जेसीबी मशीने मंगवाई गईं वैसे ही व्यापारी एक जुट होकर बड़ी संख्या में कोतवाली के गेट पर धरने पर जा बैठे, सिर्फ इतना ही नहीं सरकार और प्रशासन के खिलाफ व्यापारियों का उत्पीड़न करने के नारे लगाने लगे। इसके बाद प्रशासन और व्यापारियों के बीच अतिक्रमण हटाने को लेकर कई घण्टों तक वार्ता होती रही। जहां नगर पालिका के चैयरमैन सहित कई व्यापारी नेता भी कोतवाली के गेट पर व्यापारियों के समर्थन में कोतवाली गेट पर धरने में शामिल रहे।
तत्पश्चात व्यापारियों और प्रशासन के बीच 30 फिट की जद में आने वाले अतिक्रमण को हटाने पर सहमति बनी। कुछ व्यापारियों ने इसका विरोध करना चाह तो प्रशासन पुलिस द्वारा उन्हें कोतवाली में हिरासत में ले लिया गया और अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही नगर में चालू कर दी गई। कुछ व्यापारियों ने अपने आप समान हटवा अतिक्रमित जगह खाली कर दी तो कुछ को प्रशासन की जेसीबी मशीनों द्वारा हटवाया गया। भारी पुलिस बल के चलते अतिक्रमण हटाओ अभियान शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन हुआ।