एक्सक्लूसिव : त्रिवेंद्र राज में शराब कारोबारियों ने सरकार को लगाया 93 करोड़ का चूना,जांच के आदेश
रिपोर्ट/अनुज नेगी
देहरादून।उत्तराखंड मे पिछले चार सालों में त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में शराब कारोबारियों ने सरकार को ही 93 करोड़ की चपत लगा,मगर अभी तक आबकारी और राजस्व विभाग इन शराब कारोबारियों से अधिभार की वसूली नही कर पाया,करता भी कैसे आखिर जो शराब कारोबारियों पर मंत्री व सांसदों की कृपा जो बनी थी।
बता दे कि उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार के बनते ही आबकारी विभाग प्रकाश पंत को मिला था,मगर प्रकाश पंत के निधन के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ही आबकारी विभाग को देख रहे थे, लेकिन पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह मंत्रालय यशपाल आर्य को दिया गया। यशपाल आर्य ने अब विभागीय अधिकारियों के पेच कसने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने विभाग की समीक्षा के दौरान पिछले चार साल में हुए राजस्व के नुकसान हुआ है।
शराब की दुकानों से करोड़ों के अधिभार की वसूली नहीं हो पाने के कारण अब तक विभाग को 93 करोड़ के राजस्व की चपत लग चुकी है। आबकारी मंत्री यशपाल आर्य ने इस मामले पर गहरी नाराजगी जाहिर की और सचिव आबकारी को जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आबकारी मंत्री यशपाल आर्य ने सचिव को सख्त निर्देश दिए कि विभाग में फर्जी बैंक गारंटी जमा कर लाइसेंस लेने वालों की पहचान की जाए और ऐसे मामले पकड़ में आने पर कड़ी कार्रवाई की जाए। कहा कि अगली विभागीय बैठक में इन दोनों जांचों के बारे में रिपोर्ट तलब की जाएगी। 2017 से लेकर 2020 की अवधि में विभागीय5 अधिकारियों ने कई जिलों में अधिभार की वसूली नहीं की। इससे विभाग को अब तक 93 करोड़ रुपये का राजस्व नहीं मिल पाया है।
किस साल का कितना अधिभार नहीं वसूला
2017-18 में 7.25
2018-19 में 30.20
2019-20 में 9.69
2020-21 में 46. 06
कुल योग 93.2 करोड़