भूमाफियों और पुलिस प्रशासन की मिली भगत को लेकर कोतवाली में धरने पर बैठा परिवार
रिपोर्ट/अनुज नेगी
कोटद्वार। जनपद पौड़ी के कोटद्वार में भूमाफिया दिन प्रतिदिन सक्रिय होते जा रहें है।भूमाफियाओं के साथ पुलिस प्रशासन की मिलीभगत के चलते भूमाफियाओं के हौसले बुलंद होते जा रहे है।
मामला कोटद्वार पदमपुर (मोटाढाक) निवासी एक परिवार ने पुलिस सहित कई विभागों के अधिकारियों पर भू-माफिया के दबाव में काम करने आरोप लगाये है और न्याय की गुहार लगाते हुए पूरे परिवार सहित कोतवाली में धरना दिया है। पीड़ित परिवार के अनुसार भू-माफिया उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। बावजूद इसके पुलिस माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय परिवार को परेशान करने पर लगी है। इस मामले में पीड़ित परिवार ने जल्द समस्या का निराकरण नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।आपको बता दें कि पदमपुर (मोटाढाक) निवासी अमित रावत ने शुक्रवार को अपनी मां माहेश्वरी देवी, सोनिया रावत, भाई प्रदीप रावत व बेटे-बेटी के साथ कोतवाली में धरना दिया। इसके उपरांत पीड़ित परिवार ने अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी के कार्यालय में पहुंचा। उन्होंने बताया कि उनकी पदमपुर में 32 बीघा भूमि है, जिस पर क्षेत्र के कुछ भू-माफिया ने कब्जा कर लिया है। बताया कि दो सप्ताह पूर्व भू-माफिया ने उनके घर में घुसकर परिवार को जान से मारने की भी धमकी दी। पीड़ित परिवार ने पुलिस को दी गयी तहरीर में शराब व्यापारी संतोष उर्फ संतू, अर्जुन सिंह बिष्ट, संदीप बिष्ट, जेपी नैनवाल व योगेश सहित 10-15 अज्ञात लोगों से जानमाल का खतरा होने की आशंका भी जताई है। इसके साथ ही कहा कि प्रसाशन व आयकर विभाग को भी ध्यान देना चाहिए कि कुछ ही वर्षो में सिर्फ शराब के कारोबार से कैसे शहर के एक व्यक्ति ने अरबों रुपये की संपत्ति जोड़ी है।साथ ही ये भी कहा कि हमारी शिकायत के बाद भी पुलिस मौके पर आने में टाल- बड़ाई करती है बल्कि कई बार आती ही नही है वही दूसरी तरफ भू माफ़ियायों की झूठी शिकायत पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुचती है और वहां पहुचकर वही करती है जो भू माफिया पुलिस को करने के लिए कहते है। फिलहाल इस मामले में सच्चाई क्या है ये जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा।
अब सवाल यह है कि अगर पुलिस प्रशासन इस प्रकार से अपराधियों व भूमाफियाओं का साथ देगी तो जनता की सुरक्षा कोन करेगा।