पुरानी मिट्टी की दीवार भर भरा कर निर्माण कार्य मे लगे मजदूर के ऊपर गिरी
रिपोर्ट :- अश्वनी सक्सेना
दिनेशपुर:- दो पक्षों की विवादित भूमि पर विकास प्राधिकरण के द्वारा निर्माण कार्य पर रोक लगाने के बावजूद धड़ल्ले से चल रहा है निर्माण कार्य।
वा0 5 में एक भूखंड को ले कर दो पक्षों में विगत 10 सियों वर्षों से चल रहे कोर्ट कचहरी के विवाद में उस समय नया मोड़ आ गया ,जब अचनाक उक्त स्थल पर जिला विकास प्राधिकरण की रोक के बावजूद निमार्ण कार्य तेजी से प्रारम्भ हो गया। इतना ही नहीं निमार्ण करता ने नगर पंचायत द्वारा सार्वजनिक सरकारी नाली को भी तोड़ कर अपनी ईच्छानुसार बनाना शुरू कर दिया। उक्त स्थल पर चल रहे अवैध निर्माण के चलते
पूर्व से बनी पुरानी मिट्टी की दीवार भर भरा कर निर्माण कार्य मे लगे एक मजदूर के ऊपर गिर पड़ी । दीवार के नीचे दवे मजदूर की चीख पुकार एव बाजार छेत्र में भीड़ होने के कारण भगदड़ मच गई, आसपास के लोगों ने बमुश्किल मशक्कत करने के बाद घायल मजदूर को मिटटी के ढेर से बाहर निकाला।
जानकारी के अनुसार दिनेशपुर तहबाजारी छेत्र में लंबे समय से पुनर्वासन विभाग द्वारा आवंटित किये गये एक भूखंड पर विगत लंबे समय से दो पक्षों में विवाद चल रहा था। एक पक्ष के द्वारा विकास प्राधिकरण में शिकायत की गई की द्वितीय पक्ष जबर्दस्ती अवैध निर्माण कर रहा है।इसके उपरांत उक्त निर्माण की शिकायत पर जिला विकास प्राधिकरण उधम सिंह नगर द्वारा बिना नक्शा पास कराये निर्माण किये जाने पर लिखत नोटिस दे कर सबल निर्माण कार्य रुकवा दिया गया और अपने कार्यालय में वाद दाखिल कर दोनों पक्षो की सुनवाई शुरू कर दी। किन्तु नक्शा स्वीकृत हुया या नही ?,ये विचारणीय प्रश्न है लेकिन निर्माण धड़ल्ले से चालू है इस प्रकरण में जहां विकास प्राधिकरण संदेह के घेरे में है वही स्थानीय नगर पंचायत भी पाक साफ नहीं दिखती ? जिसकी सार्वजनिक सरकारी नाली को तोड़ कर निर्माण करता मनमर्जी से निर्माण कर रहा है और नगर पंचायत के सफाई नायक से ले कर कर्मचारीयों की पुरी फ़ौज उक्त स्थल पर प्रतिदिन आवागमन करती रहती है। ऐसा लगता है कि है कि नगर पंचायत ने भी इस प्रकार के अवैध कृत्यों से या तो आंखे मुंद ली या फिर सरकारी नाली को तोड़ने वालों से किसी प्रकार का समझौता हो गया। कुल मिला कर दोनों विभागों पर उंगली उतनी शुरु हो गई।