बिग ब्रेकिंग: पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल ने थामा भाजपा का दामन..
देहरादून: लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी मैदान में कांग्रेस के सिपहसालार धीरे-धीरे भाजपा के आगे अपने हथियार डालते नजर आ रहे हैं। उत्तराखंड की कांग्रेस के लिए बड़ा झटका ये है कि कांग्रेस के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल ने आज देहरादून बलबीर रोड स्थित भाजपा कार्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ,पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल और विधायक विनोद चमोली की उपस्थिति में दिनेश अग्रवाल ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है।
दिनेश अग्रवाल को जॉइनिंग कराने के लिए महेंद्र भट्ट, त्रिवेंद्र सिंह रावत, रमेश पोखरियाल निशंक, सुबोध उनियाल और मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल मौजूद रहे।
इस अवसर पर तमाम भाजपा के नेताओं ने दिनेश अग्रवाल का स्वागत किया वही दिनेश अग्रवाल ने भी सभी बीजेपी के नेता और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद दिया।उनके अनुसार प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री धामी के विकास परक काम से प्रेरित होकर उन्होंने आज समर्थकों के साथ बीजेपी का दामन थामा है उनके अनुसार वह पार्टी में निष्ठा के साथ उन्हें जो भी काम दिया जाएगा उसको निभाने का काम करेंगे।
लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड कांग्रेस के खेमे में मची भगदड़ रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। पार्टी को एक के बाद एक बड़े झटके लगते ही जा रहे हैं। जहां बीते दिनों कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने हाथ का साथ छोड़ दिया वहीं अब गिले-शिकवों के बाद आखिरकार कांग्रेस के स्टार प्रचारक पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कांग्रेस छोड़ दी। दिनेश अग्रवाल ने कल अपने लेटर पेड पर कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखते हुए कहा कि वह अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं उसको स्वीकार करने का कष्ट करें।
कांग्रेस ने 6 साल के लिए किया निष्कासित
वही कांग्रेस प्रदेश संगठन ने उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति ने पूर्व मंत्री एवं पीसीसी सदस्य दिनेश अग्रवाल एवं नगर निगम पार्षद राजेश परमार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने बताया कि दिनेश अग्रवाल एवं राजेश परमार लम्बे समय से पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं जिसे पार्टी नेतृत्व ने गम्भीरता से लेते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।