अवैध नशा बेचने के आरोप में पूर्व सभासद का पुत्र और अन्य एक गिरफ्तार
रिपोर्ट- अश्वनी सक्सेना
यूएस नगर। सूबे में जिस तरह से युवाओं को नशा अपनी गिरफ्त मे लेता जा रहा है और उनका अनमोल जीवन जिस तेजी से निगल रहा है। ऐसे मे युवाओं को इस संकट से बचाने के लिए आवश्यकता थी कि, नशे का सामना बेचने वालो पर सख़्ती करके उनको उनके असली ठिकाने जेल तक पहुंचाने की।
इसके लिए जिले की पुलिस और एस टी एफ अपनी कमर कस चुकी है और प्रत्येक विधानसभाओं में इन दोनों ने अपने ख़ुफ़िया विभाग को एक्टिव कर रखा है और नशे के सौदागरो की जानकारी जुटा कर लगातार बिना दबाव मे आयेदिन कार्यवाही पर कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है, जो काबीले तारीफ भी है और इस अभियान का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड को नशा मुक्त करना और राज्य के युवाओं को नशे की लत से दूर करना है।
इसी कड़ी मे एस टी एफ और किच्छा पुलिस विभाग ने अपने गुप्त सूत्रों के आधार पर, कुछ जन प्रतिनिधियों और आम जनता से मिली जानकारियों के आधार पर जाल बिछाकर कार्यवाहियो को लगातार अंजाम दिया है।
ऐसा लगता है कि, मानो जैसे प्रशासन ने एक जिद ही पकड़ ली हो नशा बेचने वालो के खिलाफ और इसमें उनको कामयाबी भी लगातार मिलती दिख रही है।
क्षेत्र मे बीती मंगलवार की शाम ऐसी ही एक कार्यवाही के बाद पूरा शहर चर्चाओ से गूंज उठा। इसकी वजह भी अहम थी। दरअसल मामला यूं था कि, पुलिस और एस टी एफ को क्षेत्र मे नशे का सामान बेचने वालो का इनपुट लगातार मिल रहा था और यहां के युवाओं मे भी पिछले कुछ समय से नशे की लत लगातार बढ़ती जा रही है।
इसको रोकने और नशा बेचने वालो को पकड़ने के मकसद से मंगलवार को किच्छा पुलिस और एस टी एफ ने एक संयुक्त कार्यवाही करते हुए प्राप्त जानकारी के अनुसार देर शाम करीब 6 बजे नई मंडी गेट बरेली बाई पास से दो अभियुक्तों सतनाम सिंह और अमलोक मल्होत्रा (गोलू )को पकड़ा और उनकी तलाशी ली गयी, जिसमे उनके पास से 7.5 किलो अफीम बरामद हुई।
उसके बाद जब इनसे गहनता से पूछताछ की गयी तब पुलिस को इन्होने अपनी पहचान बताते हुए बताया कि, यह दोनों झारखण्ड से नशे का समान लाते थे और थोड़ी-थोड़ी मात्रा मे इसको बेचते थे और पहले भी यह ज्यादा-ज्यादा मात्रा मे अफीम ला चूके है।
इन पर कार्यवाही करना एसटीएफ के लिए भी आसान नहीं था, क्योंकि इनमे एक किच्छा नगर पालिका की पूर्व सभासद आवास-विकास और भाजपा नेत्री का पुत्र है। लेकिन कार्यवाही करने वाली टीम ने बिना दबाव मे आये ईमानदारी से कार्यवाही करते हुए दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
दोनों अभियुक्तों मे सतनाम सिंह पुत्र बलविंदर सिंह सिरसा फार्म चौकी बहेड़ी, जिला बरेली का रहने वाला है। जबकि दूसरा अमोल उपनाम गोलू मल्होत्रा किच्छा आवास-विकास का रहने वाला है। यह भाजपा नेत्री और आवास-विकास की पूर्व सभासद का पुत्र है। इस वजह से यह कार्यवाही चर्चा का विषय भी बनी हुई है।
साथ ही लोगो के मन मे एक सवाल भी आ रहा है कि, नेताओं के ही बच्चे यदि नशे के सौदागरो की साहयता करते रहेंगे तो क्षेत्र और राज्य कैसे नशे से मुक्त हो पायेगा। फिलहाल पुलिस ने उचित धराओं मे मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया है। लेकिन सवाल अभी भी यही है कि, आखिर जिले मे नशा फैलाने वाली बढ़ी मछली आखिर कहा है और कौन है? इस पर कार्यवाही कब और कैसे सम्भव होगी।
मंगलवार की शाम एस टी एफ और पुलिस की नशे के खिलाफ संयुक्त कार्यवाही से गिरफ्त मे आये भाजपा नेत्री के पुत्र की खबर से राजनितिक गलियारों मे खूब चर्चा है। ऐसे मे पार्टी के नेताओं के पुत्र व परिवारजन ही ऐसे कार्य करेंगे तो स्वाभाविक है कि, इससे ऊन नेताओं की छवि भी खराब तो होती है, जिनसे ऐसे अपराधियों का सम्बन्ध होता है। साथ ही इससे पार्टी की छवि को भी कही न कही नुकसान पहुँचता है। फिलहाल जिले में हो रही एस टी एफ और पुलिस के द्वारा ऐसी कार्यवाहियां सराहनीय है।