देश की रक्षा करते हुए न्योछावर किए प्राण
जानकारी के अनुसार, सूरज सिंह नेगी गोरखा रेजिमेंट में तैनात थे। उनकी बटालियन का स्थानांतरण रुड़की होने वाला था, लेकिन इससे पहले ही सीमा पर हुई क्रॉस फायरिंग में उन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
2021 में सेना में हुए थे भर्ती
वार्ड-19 के पार्षद नेत्र मोहन असवाल ने बताया कि सूरज सिंह वर्ष 2021 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वह अविवाहित थे और परिवार में दो भाइयों में सबसे छोटे थे। कुछ ही दिन पहले, सितंबर माह में छुट्टी बिताने के बाद वे ड्यूटी पर लौटे थे।
परिवार और गांव में मातम का माहौल
शहीद सूरज सिंह के बलिदान की सूचना मिलते ही उनके पिता प्रेम सिंह नेगी, माता, भाई पंकज नेगी और अन्य परिजन गहरे शोक में हैं। पूरे गांव में शोक और गर्व का माहौल है। ग्रामीणों ने कहा कि सूरज ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
रविवार को पहुंचेगा पार्थिव शरीर
सूत्रों के अनुसार, शहीद का पार्थिव शरीर रविवार तड़के सेना के वाहन से कोटद्वार के कौड़िया कैंप पहुंचेगा। वहां से अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को लालपुर स्थित पैतृक आवास ले जाया जाएगा। इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।