फर्जी प्रमाण पत्र पर यूपी के युवक की मौज सरकार बनी अंधी
देहरादून: उत्तराखंड में फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाकर उत्तराखंड में रोजगार की हासिल करने को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने तीखे तेवर अपना लिए हैं।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने आज दस्तावेजों के साथ ऐसे लोगों के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया और सरकार से फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में लिप्त अधिकारियों और लाभार्थियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग की।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने ब्लू रिवॉल्यूशन योजना के अंतर्गत मोबाइल फिश आउटलेट हासिल करने वाले उत्तर प्रदेश निवासी शिवांकू कुमार का उदाहरण देते हुए बताया कि उक्त व्यक्ति ने वर्ष 2015 में उत्तर प्रदेश से निवास प्रमाण पत्र हासिल किया था और वर्ष 2016 में उत्तराखंड सरकार से भी स्थाई निवास प्रमाण पत्र हासिल कर दिया।
देहरादून के राजकीय अतिथि गृह सर्किट हाउस एनेक्सी को अपना स्थाई पता बताते हुए शिवांकू कुमार ने मोबाइल फिश आउटलेट अपने नाम पर आवंटित करा लिया।
दस्तावेजों के अनुसार शिवांकू कुमार गोंडा उत्तर प्रदेश का निवासी है तथा उसने आवेदन करते समय वर्ष 2014 से वर्ष 2017 तक गोंडा के गणपति एंटरप्राइजेज में कार्य का अनुभव हासिल करने संबंधी प्रमाण पत्र भी लगाया है।
यूकेडी नेता सेमवाल ने सवाल उठाया कि जब यह व्यक्ति वर्ष 2014 से मार्च वर्ष 2017 तक यूपी के उक्त संस्थान में कार्यरत था तो फिर उसे वर्ष 2016 में उत्तराखंड सरकार का स्थाई निवास प्रमाण पत्र कैसे मिल गया !
यूकेडी नेता सेमवाल ने फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाने वाले अधिकारियों तथा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मोबाइल फिश आउटलेट आवंटित करने वाले अधिकारियों के साथ ही लाभार्थी के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार करने के लिए कानूनी कार्यवाही करने की मांग की।
यूकेडी नेता सेमवाल ने कहा कि ऐसे ही भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं के कारण उत्तराखंड के बेरोजगारों के हाथ से रोजगार के अवसर फिसलते जा रहे हैं।
यूकेडी नेता सेमवाल ने कहा कि यदि इस मामले मे एक सप्ताह में कार्यवाही नहीं हुई तो उत्तराखंड क्रांति दल बेरोजगारों के साथ मिलकर व्यापक जन आंदोलन शुरू करेगा।