उत्तराखंड के बेरोजगारों का उपहास न उड़ा कर सात लाख नौकरियों का प्रमाण दें सरकार
देहरादून। त्रिवेंद्र सरकार उत्तराखंड के बेरोजगार भाइयों का बीते काफी समय से मजाक उड़ा रही है। त्रिवेंद्र सरकार अपने भाषणों में अपनी पीठ थपथपा कर 7 लाख 12 हजार से अधिक नौकरियां देने का दावा कर रहे हैं। जबकि धरातल पर युवा दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। इतना ही नहीं बल्कि आए दिन बेरोजगार आत्महत्या कर रहे हैं। उक्त मालमे में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र आनंद ने तंज कसते हुए कहा कि, यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे 20 लाख करोड रुपए केंद्र सरकार ने कोरोना काल में लोगों को दिए और लोगों को कुछ नहीं मिला।
उन्होंने यह भी कहा कि, त्रिवेंद्र रावत जी झूठ बोलकर उत्तराखंड के बेरोजगारों का मजाक उड़ा रहे है। उन्होंने आगे कहा कि, यदि सरकार ने नौकरी दी है तो वह उसका प्रमाण प्रस्तुत करें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि, इस बार उत्तराखंड के युवा त्रिवेंद्र सरकार की चिकनी चुपड़ी बातों में आने वाले नहीं है, ना ही किसी जुमले का शिकार होने वाले हैं। लोगों ने अपना मन बना लिया है कि, वह इस बार परिवर्तन चाहते हैं। क्योंकि भाजपा सरकार बेरोजगारी, पलायन, शिक्षा, स्वास्थ्य सभी मोर्चों पर पर फेल रही है।
उन्होंने कहा कि, त्रिवेंद्र सरकार द्वारा 2019-20 में रोजगार मेला वर्ष मनाया गया। लेकिन युवाओं और उद्योगपतियों को निराशा ही हाथ लगी। उन्होंने कहा सरकार की योजनाएं सिर्फ कागजों तक सिमट कर ही रह गई है, जमीन पर नहीं उतर पाई। मुख्यमंत्री ने अपने पास 47 विभाग रखे हुए हैं परंतु कहीं भी रोजगार नहीं दिया जा रहा है।